Kya Nahi Hai Hamare Pass Jiske Bina Kuch Hasil Nahi Kiya Ja Sakta | क्या नहीं है हमारे पास जिसके बिना कुछ हासिल नहीं किया जा सकता

सोच में ऐसी ताकत होती है जो कि इन्सान को किसी भी दिशा में ले जा सकती है | इसलिए बड़े – बड़े वक्ता और सभी सफल व्यक्ति हमेशा बोलते हैं कि हर इंसान को हमेशा सकारात्मक सोच में रहने के साथ – साथ अच्छे कार्य करने चाहिए, भले ही समय कितना भी मुश्किल क्यों न हो | दुनिया में ऐसी कोई भी चीज नहीं है जिसका सकारात्मक सोच से समाधान पाया न जा सके | आकर्षण का नियम भी यही बात कहता है कि आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही आप बनते जाते हैं | हम आज तीन ऐसे Powerful चीजों के बारे में बताने वाले हैं, जिसका प्रयोग कर हर इंसान अपनी अविश्वसनीय और अद्वितीय स्थिति में पहुँच सकता है, तो पहला Powerful चीज है…

Potential Strength – Power : एक इन्सान की Potential कितनी है ? इस बात का किसी भी तरह से कल्पना नहीं किया जा सकता, दुनिया में किसी भी चीज को मापा जा सकता है, लेकिन किसी इन्सान की Potential को कभी माप नहीं सकते, जब इन्सान अपनी शक्ति (Power) को पहचानता है, तब वह कहीं भी पहुँच सकता हैं, किसी भी हद तक जा सकता है, कुछ भी हासिल कर सकता है | कहते हैं कि दर्द सहने की एक लिमिट होती है, लेकिन याद करो एक औरत को जो बच्चा पैदा करते समय उस दर्द को कैसे झेलती है | कहाँ से आता है, ये Potential? क्योंकि इसका कोई सीमा नहीं है कि इंसान कुछ भी कर सकता है | एक लड़का सुबह अख़बार बाटते हुए देश का राष्ट्रपति बन सकता है, एक पेट्रोल भरने वाला लड़का देश का प्रमुख उद्योगपति में से एक हो सकता है | सब यह Potential का ही खेल है, और इस बात को इसको समझना और जानना ही मुख्य है | लेकिन आप अपने Potential को जानेंगे कैसे? जिसमे सबसे प्रमुख दो शब्द है Think Big. अगर आप बड़ा नहीं सोचेंगे तो बड़ा कैसे बनेंगे, इसलिए आपको बड़ा सोचने की जरुरत है | अब बड़ा सोचने बस से आप बड़े नहीं बन सकते, उसके लिए वैसे कार्य करने पड़ते हैं, जैसा की हमने दो प्रमुख लोगों का जिक्र किया है उसमे जो पेट्रोल भरने वाला लड़का था, वह हमेशा आने जाने वालों से कहते थे, देखना एक दिन मैं बहुत बड़ा आदमी बनूँगा, और लोग उसका भरपूर मज़ाक उड़ाते थे | लेकिन वह कभी घबराये, शर्माए नहीं बल्कि अपने Potential को पहचाना और उनके अनुरूप कार्य करते गए बाद में वही व्यक्ति धीरू भाई अम्बानी बने, आप नाम सुनकर समझ ही सकते हैं कि आज भले वह इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उन्होंने क्या कर दिए, और लोगों के लिए क्या दे गए और क्या छाप छोड़ गए, जिससे दुनिया में उनका नाम बहुत सारे उदाहरणों के साथ लिया जाता हैं |

अगर वहीं दुसरे लड़के की बात करें तो, एक लड़का जो प्रतिदिन सुबह अखबार बांटा करते थे और वह भी लोगों से कहते थे देखना एक दिन मैं बहुत बड़ा इन्सान बनूँगा |  बाद में वह भारत के 11 वें राष्ट्रपति बने जिनको हम मिसाइल मेन के नाम से भी जानते हैं, जी हाँ जब वह अखबार बाटते थे तब अवुल पाकिर जैनुलाबदीन थे और उनको कोई नहीं जानते थे, बाद में हम सब क्या पूरी दुनिया उनको ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के नाम से जानते हैं | आर्थिक स्थिति कि बात करें तो भले ही वे बहुत कमजोर थे, गरीब थे लेकिन दिमाग से अमीर थे,  जज़्बा और जूनून था जिसके बदौलत उन्होंने वह मुकाम हासिल किया जिसके कारण आज पूरी दुनियाँ उनका नाम सम्मान से लेते हैं | इंसान अमीर सिर्फ पैसे से नहीं होता बल्कि सोच से होता है | उसके लिए हर इंसान को अपने Potential को पहचानना होगा और उसके अनुरूप बहुत मेहनत करना होगा | किसी ने ठीक कहा है इंसान के पास जितनी Elasticity है, उतना तो Elastic में भी नहीं है | इन्सान अपने आप को इनता Expand कर सकता है, जब तक की उसको अपनी मंजिल न मिल जाए |

दुनिया के कठोर हकीकतों से जूझता हुआ पिता अपने बड़े होते हुए पुत्र को वह सब कुछ जल्द समझाने कि कोशिश करता है, जिसे जीने और समझने

एक मिनिट के लिए आप सोचिये कि आपके बैंक खाते में अचानक उम्मीद से ज्यादा पैसे आ गए तो… | चलिए उदहारण से समझने कि कोशिश करते हैं, अगर आपके खाते में 1 करोड़ आ गया लेकिन उसमे एक दिक्कत है कि आप केवल 2 लाख रूपये ही निकाल सकते हैं | तो वह भी किस काम का ? सोचिये ! जी हाँ दूसरा जो हमारे पास अनिश्चित है लेकिन हम उसका 2 प्रतिशत भी ढंग से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, और वह है हमारा… दिमाग !!

Brain : हमारे दिमाग की क्या–क्या क्षमताये है, इसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं | फिर भी हम अपने Brain का केवल 2 प्रतिशत ही उपयोग कर रहे हैं | एक तरीका है जिससे हम अधिक से अधिक Brain का उपयोग कर सकते हैं जिसको Brain storming कहते हैं, मतलब Brain की Exercise | जैसे हम Body Build Up करने के लिए जिम जाते हैं, कसरत करते हैं, ठीक उसी तरह Brain का भी कसरत करना बहुत जरुरी है, सीधा सा कहने का मतलब है Brain को काम पे लगाओ | इसको दो भागों में बांटकर Brain की कसरत कराया जा सकता है, पहला तरीका अपना काम खुद करना, अगर कोई मज़बूरी नहीं है तो अपना सभी कार्य चाहे किसी भी तरह का हो उसके लिए किसी और पर depend न हो कर खुद करें तो Brain खुलेगा, अगर कोई काम नहीं आता तो सीखें, लेकिन कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा अपना काम खुद करें, ज्यादा कार्य करेगा जिससे Brain कि Dictionary बढ़ेगी | दूसरा तरीका है अपने Brain से प्रश्न पूछना, जिस चीज का भी उत्तर नहीं पता हो तो उसका जवाब अपने Brain से मांगना, अपने Brain पर जोर डालना | जिससे बहुत सारे बंद दरवाजे खुलेंगे, जिससे हर इंसान अपने Potential को और बढ़ा सकता है | Brainstorming से  Brain के सरे बंद दरवाजे खुल जायेंगे और आप जैसा चाहोगे वैसे हर सवाल का जवाब आपका दिमाग आपको दे सकता है |

टिनयैज (किशोरावस्था) युवा एक ऐसा शब्द है जिसका नाम सुनते ही ख़ुशी, उर्जा और जूनून से भर देता उम्र का यह वह पड़ाव है जिसमे जोश और स्फूर्ति होती है | इस समय उर्जा इतनी होती है कि…

पहले जब हम छोटे और प्रायमरी स्कूल में थे तब पहाड़ा ( Table ) सीखते थे, और अच्छे से याद भी रहता था, आज के बच्चों को टेक्नीक से सिखाया जाता है, जिससे आप उनको syllabus से अलग प्रश्न पूछ लो तो बच्चे परेशान हो जाते हैं और जवाब नहीं दे पाते क्योंकि Brain को वैसे कार्य कराने की प्राक्टिस ही नहीं होती है | इसलिए बहुत जरुरी है कि जब बच्चे छोटे होते हैं तभी से Brain की कसरत कराने की जरुरत है | साथ ही सबसे बड़ी बात है कि किसी पर blame डालना बंद करें, जिससे हमारा Brain Expand होगा, जिम्मेदारी लेने से Brain में एक ताकत आती है कि यह मेरी वजह से हुआ है और ठीक भी इसको मैं ही करूँगा | इसलिए सबसे जरुरी बात है कि किसी भी चीज के लिए अन्य पर blame डालना बंद करें |

तीसरी और सबसे महत्तवपूर्ण चीज़, जो कोई किमती या मूल्यवान वस्तु नहीं है लेकिन सच कहें तो इस दुनिया में इंसान के लिए इससे ज़्यादा मूल्यवान कुछ भी नहीं है, और वह है … वक़्त, समय, टाइम !!!  

Time : अगर हम वक़्त का अच्छे से उपयोग करना सीख जायें तो हमें अपने मंजिल तक पहुचने से कोई नहीं रोक सकता | जो भी आज सफल हैं उन्होंने इस बात को पहचाना और समझा है | एक उदाहरण से समझने का प्रयास करते हैं, जैसे हर इंसान के पास 24 घंटे होते हैं तो हम इसी का उपयोग करते हैं | मान लो कि आपके पास 24 ट्रक हैं, अब आपके पास आप्शन हैं कि आप इसमें कुछ भी सप्लाई कर सकते हैं, रेत, कचरा, मिट्टी, पत्थर, मूल्यवान धातु या खाली, आप जैसा चाहे वैसा ट्रक को चलायें| अगर आपके पास सभी आप्शन उपलब्ध है तो आप मूल्यवान वास्तु को ट्रक से सप्लाई करना चाहेंगे, कुछ भी हो कचरा भरकर या खाली ट्रक नहीं चलाना चाहेंगे |  इसको खुद से समझना होगा कि हम आखिर कर क्या रहे हैं, हर दिन अपने 24 घंटों को कैसे चला रहे हैं | अगर आपकी संगती खाली बैठे इंसान के साथ है, या कोई नकारात्मक रवैया वाले इंसान के साथ है जो हमेशा नकारात्मक सोच की ओर ले जाता है | बेवजह सोशल मिडिया पर घंटों बिताते है, जिससे हमको कुछ भी आउटपुट नहीं मिलने वाला है | अगर आप यह सब कर रहे हैं तो एक बार आप बस यह सोच कर देखें कि आखिर आपने ट्रक में क्या भरा है ? Time जो सबसे मूल्यवान है, जिसको हम अगर अच्छे से उपयोग करना सीख जायें तो चमत्कार हो सकता है | Parkinson’s law कहता है ‘work expands so as to fill the Time available for its completion’, उदाहरण से समझते हैं, मान लो किसी व्यक्ति के घर में उसके बच्चे की शादी तय हो गयी है, जो छः माह के बाद होने वाली है तो भी वह काम छः महीने में हो जायेगा, लेकिन अगर किसी व्यक्ति के घर में उसके बच्चे कि शादी एक महीने में होने वाली है तो भी वह अच्छे से तैयारी कर के अच्छे से कर पायेगा | मतलब जितना समय है उसका बेहतरीन इस्तेमाल करिए, कुछ भी कार्य करे आप हमेशा अपने आप से एक प्रश्न जरुर पूछे कि क्या मैं अपने Time का इस्तेमाल ठीक से कर रहा हूँ |

कार्यालय में काम के बढ़ते घंटे के साथ साथ आपके जिन्दगी का रस चूस रहे हैं हमेशा मस्तिस्क में तनाव भरा होता है आज के बदलती जीवन शैली में ऑफिस का कार्य भी लोग घर ले आते हैं जिससे परिवार के लिए भी बहुत कम समय दे पाते हैं जिससे बच्चों और जीवनसाथी…

बहुत सारे सफल लोग कहते हैं कि मैं मात्र 5 घंटे की नींद लेता हूँ लेकिन मैं अपने Time का सही से इस्तेमाल कर रहा हूँ और मैं बहुत खुश हूँ | जब वो काम करते हैं जो आपका Passion है , जिसमे मजा आता है तब आप भले ही हर दिन 20-20 घंटे काम करते हैं, लेकिन आपका Brain कभी नहीं थकता. भले ही शरीर थकता है जिस थकान को मिटाने के लिए नींद कि जरुरत पड़ती है, और यह नींद जरुरी नहीं है कि आप 8 घंटे सोयें, क्योंकि पूरी नींद में केवल कुछ समय ही ऐसा होता है जिसमे हम नींद के चरम सीमा में पहुचते हैं, जिसमे mind शुन्य में पहुच जाता है, कोई सपने वगैरह कुछ भी नहीं होते है | नींद के चरम सीमा पर पहुचना भी एक practice ही है , कुछ लोग केवल कुछ मिनटों में वह नींद कि चरम सीमा को पा लेते हैं तो वही पर कुछ लोग 12-15 घंटे सोकर भी थका हुआ ही महसूस करते है | एक मूवी आई थी, 3-इडियेट जिसमे वायरस केवल 7.5 मिनट का power nap लेता है उसी में वह सो भी लेते हैं मतलब वे अपनी नींद कि चरम सीमा को पा जाते हैं और शेव भी करा लेते हैं | बड़े – बड़े लोग इसी तरह केवल power nap लेते हैं और थकते भी नहीं हैं | अगर कहीं आपका Brain थकता है तब यह भी जान लीजिये कि आप अपने Passion का काम नहीं कर रहे हैं, जो भी आप कर रहे हैं केवल मजबूरी में कर रहे हैं | इसलिए आप हमेशा अपने आप से हर घंटे जरुर पूछे कि आप Time का सही उपयोग कर रहे हैं या नहीं, आप अपने आप से पूछे कि ट्रक में क्या लोड किया है, कचरा, खाली रखा है या कोई मूल्यवान वस्तु लोड किया है | जिससे Time का सहीं उपयोग किया है या नही आप अच्छे से समझ सकते हैं और साथ ही आप Time को सही तरह से इस्तेमाल करने में सक्षम बनते जायेंगे |

ठीक उसी तरह जो हमने उदाहरण के लिए 1 करोड़ रूपये में 2 प्रतिशत का उपयोग करने की बात कर रहे हैं, अगर हम ये तीनों पावरफुल शक्तियों को सही से उपयोग करना सीख जायेंगे तब हम पुरे 1 करोड़ का उपयोग कर पाएंगे, किसी भी तरह का कोई Boundation नहीं होगा, सोचो तब कितना मजा आयेगा, ख़ुशी और सफलता होगी| हम अपने Potential, Brain और Time को अच्छे से उपयोग करना शुरू कर दें तो कामयाबी हमसे कभी भी दूर नहीं है |

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