आज हिंदी दिवस है तो सबसे पहले सभी भारतीय जन को हिंदी दिवस की आंतरिक मन और दिल से बहुत – बहुत शुभकामनाएं | आज भले ही दुनिया कि सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा अंग्रेजी है, साथ ही सभी अंतरराष्ट्रीय कारोबार क्यों न अंग्रेजी भाषा और अंग्रेजी मुद्रा में की जाती हो, लेकिन आज हिंदी भाषी दुनिया का सबसे बड़ी राजनीति शक्ति है | उदहारण स्वरुप देखें तो अभी वर्तमान में अमेरिका जो विश्व का सबसे बड़ा धनी और ताकतवर देश कहलाता है, वहा पर अभी आम चुनाव होना है | हमें समाचार के माध्यम से देखने और सुनने को मिलता है कि वहा की राजनीति का तख्त पलटने में सम्पूर्ण हिंदी भाषी अर्थात भारतियों की है | दुनिया कि सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली अखबार भी हिंदी ही है तथा दिनों दिन हिंदी किताबों का कारोबार भी बढ़ा है | हमारी सहभागिता के कारण सभी बहुरास्ट्रीय कंपनियों द्वारा हिंदी भाषा में अपना प्रचार प्रसार का बढ़ाते जाना से प्रतीत होता है कि हमारी हिंदी भाषा को अंतर्राष्ट्रीय भाषा में अपनी जगह बनाने में अब ज्यादा देर नहीं है |
इतिहास को देखें तो स्वतंत्रता आन्दोलन के समय हिंदी भाषा का बोल बाला रहा है, और हिंदी को राष्ट्रीय भाषा किसी राजनैतिक पार्टी ने नहीं बल्कि आम जनता ने ही बनाया है, लेकिन कानूनी मान्यता देने के किये किसी भी निर्णय को सदन के माध्यम से किया जाता है इसलिए 14 सितम्बर 1949 को सदन में वोट के माध्यम से फैसला लिया था, और उसी दिन अधिकारिक रूप से राष्ट्रीय भाषा के रूप में पारित किया गया था | बताया जाता है कि हिंदी कि जननी संस्कृत है | हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा है, जिसका प्रचार – प्रसार के लिए हिंदी पखवाड़ा मनाया जाता है, जो कि 15 दिवस का होता है, मतलब 14 सितम्बर से 28 सितम्बर तक इसका आयोजन होता है, जिसमेंविभिन्न तरीकों का आयोजन होते हैं, निबंध प्रतियोगिता, संगोष्ठी, कवी सम्मलेन आदि – आदि | हिंदी भाषा कि आधार कि बात करें तो यह बोलने या उच्चारण करने में पर 45 वर्ण और लिखने के रूप में कुल 52 वर्ण होते हैं | उच्चारण के रूप में 10 स्वर तथा 35 व्यंजन होता है और लिखने के रूप में 13 स्वर, 35 व्यंजन एवं 4 संयुक्त व्यंजन होता है |
हमारे भारत देश में नागरिकों द्वारा अनेकों प्रकार के भाषाओं को बोला जाता है, और कुछ भाषाओं को राजकीय रूप में मान्यता भी दी गयी है | किसी भी देश का भाषा ही उनकी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा होता है, उसी तरह हिंदी से इन भावनाओं को दिल से महसूस कर पाते हैं | अंग्रेजी भाषा को हमनें मज़बूरी में जरुर अपना लिया है, लेकिन उससे उतना जुडाव नहीं है | स्वतंत्रता के बाद थोड़ा सा दक्षिण भारतीय भाषा के बोलने वाले लोगों का कहना जरुर होता था, कि हिंदी को ज्यादा तवज्जो मिल रही है लेकिन बात पुरानी है | सभी ने हिंदी को मान दिया है, तभी राष्ट्रभाषा बनी, जिस तरह मोतियों को माला बनाने के लिए एक धागे में पिरोना पड़ता है, ठीक उसी तरह राष्ट्र को एक साथ रखने के लिए एक ही राष्ट्रभाषा का होना नितांत आवश्यकता था | भारत से दूर हिंदी का संसार मतलब किसी भी भाषा की ताकत उसकी राजनितिक शक्ति से होती है, सारी दुनिया में जिस तरह हमारा भारत राजनितिक रूप से शक्तिशाली हुआ है | तब से अन्य देशों में भी हिंदी को एक पाठ्यक्रम के रूप में विद्याथियों को पढाये जाना लगा है | जिससे हम अनुमान लगा सकते हैं, कि हिंदी भाषा कहाँ पहुचने कि ओर अग्रसर है | एक समय था जब कंप्यूटर में भी केवल अंग्रेजी और रोमन भाषा ही लिखी या पढ़ी जाती थी, पर आज सोशल मीडिया के आ जाने से हिंदी भाषा का प्रयोग तेज हो गया है | आज पांच में से एक भारतीय कंप्यूटर हो हिंदी में चलाता है | हिंदी से लगाव भारतियों को लगा तो है ही साथ ही विदेशी नागरिक भी हिंदी भाषा को सुनने के लिए उतसाहित होते हैं | कुछ लोगो ने मज़बूरी में इसको अपनाया है, तो कुछ लोग अपने दिल से मजबूर होकर |
वर्तमान में एक विडम्बना देखने को मिलता है कि लोग फैशनेबल के कारण जरा भी बोलने में हिचकिचाते नही हैं कि मेरी हिंदी जरा कमजोर है, वो ये नही कह सकते हैं कि मेरी अंग्रेजी जरा कमजोर हैं क्यों वो सोचते हैं कहों लोग उनको अनपढ़ न कह दें | हम अगर अपनी बुनियादी ढांचा एवं संस्कृति को भुला दें तो हम तरक्की कैसे कर पाएंगे | उदाहरण के लिए कोई व्यक्ति है जिसको तालाब में ही तैरना आता है , जहाँ पर पानी का ठहराव होता है , उसको अगर किसी बड़ी नदी में तैर कर एक छोर से दूसरी छोर तक पार करने के लिए बोलेंगे तो क्या वह नदी पार कर पायेगा? अगर जैसे तैसे उसने नदी पार कर भी ली तो पार करते ही उसके शरीर का क्या हाल होगा? आप अनुमान लगा सकते हैं, मेरा अनुभव कहता है वो नदी पार करेगा ही नहीं कुछ दूर से ही वापस लौट आयेगा | आप इस बात पे जरुर ध्यान दीजियेगा “जब देश तरक्की करता है तो उसका कारण होता है, राज्य ! राज्यों के तरक्की के कारण है जिले ! जिले के पीछे छोटे – छोटे शहरों, और शहरों के तरक्की का कारण गाँव होता है |”
गर्व से कहिए “हिंदी हैं हम वतन हैं, हिंदोस्ता हमारा ….”
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दिल से हिंदी | Heart to Hindi | Dil se Hindi2 thoughts on “”
Hindi divas ki shubhkamnaein 🙏👍
Nice