आज का हमारा लेख पुरुष वर्ग को लेकर है, अगर आप इन बातों को अपने जीवन में अपनाते हैं तो आस-पास के लोग आपको देखकर कहेंगे कि यह ही ‘Real Man’ है | आजकल की दिनचर्या तो हम सबको पता ही है कैसी चल रही है, बस सब भागे जा रहे हैं | वैसे हम कुछ ज्यादा नहीं केवल 13 नियमों के बारे में बताएँगे, और अगर आपने इसको अपना लिया तो आपको अपने आपमें बहुत सारा परिवर्तन दिखाई देगा |
- जिन्दगी में ‘एक दिन सब कुछ पूरा होगा’ यह सोचना सबसे पहले छोड़ दीजिये – ज्यादातर लोग जिसमे से भी मुख्य तौर पर पुरुष वर्ग यह सोचता है कि एक दिन ऐसा आयेगा जब सब कुछ बदल जायेगा…, आज मैं खूब मेहनत करके पुरे हफ्ते के सभी काम निपटा लेता हूँ ताकि मैं थोडा मजे कर सकूँ या आराम कर सकूँ…., एक दिन ऐसा होगा जिस दिन मेरे ऊपर कोई कर्ज नहीं होगा जिससे मैं तनाव मुक्त रहूँगा….., मेरी पत्नी और परिवार के सभी लोग शिकायते करना बंद कर देंगे… यह केवल मानसिक धारणा है ( masculine psychology ), जिसके कारण पुरुष को लगता है की एक दिन चीजें बदल जाएगी और पूरी स्थिति ऐसी हो सकती है जैसा वह चाहता है | लेकिन यह भी सच है कि कुछ नहीं बदलने वाला क्योंकि जिन्दगी में समस्याओं का सिलसिला तो चलता ही रहना है | जैसे-जैसे उम्र का पड़ाव आते जायेगा वैसे-वैसे जिम्मेदारियां बढती जाएँगी और समस्याओं का बढ़ना स्वाभाविक है | जिसके कारण आज आप जो परेशानियाँ झेल रहे हैं बाद में वह छोटी लगने लगेगी | इसलिए कल क्या होगा यह सोचना छोड़कर वर्तमान में जीना जरुरी है |
- उम्र के एक पड़ाव के बाद ऐसे जीयें जैसे आपके पिता नहीं हैं – यकीनन हर कोई अपने पिता से बहुत प्यार करता हैं और करना भी चाहिए लेकिन कई बार हमें उनके आलोचनाओं को नजर अंदाज कर देना, नहीं समझे ? हर कोई चाहता है की उनके पापा उस पर गर्व करे तो सबकी आधी जिन्दगी अपने पापा के सामने अच्छा बनने में निकल जाती है, जब सहीं समय होता है जिस समय वह अपने सपनों को साकार कर सकता है, तब वह सब कुछ करने के लिए अपने पापा के निर्णय पर निर्भर रहता है | जिसके कारण उसके उर्जा का सहीं उपयोग नहीं हो पाता है | हम यह नहीं कह रहे की आप अपने पिता की हर बात को नज़रंदाज़ कर दें, लेकिन समय के साथ उनका बहुत सारे परिस्थित को देखने और समझने का नजरिया उनके और आपके समय पर मेल नहीं खाता जिसके कारण आपके पिता चाह कर भी सहीं सलाह नहीं दे पाएंगे क्यूंकि नए ज़माने के बदलाव को उन्होंने ने उतने करीब से नहीं देखा है | साथ ही आपके लिए भी ज़रूरी है की आप अपने जीवन के निर्णय खुद लेना सीखें, जब खुद से शुरुवात करेंगे और शुरुआत में कुछ गलतियाँ करके ही तो आप आगे चल कर जीवन के बड़े निर्णय लेना सिख पाएंगे |
- कभी भी किसी औरत को निर्णय लेने के लिए मजबूर नहीं करें – अगर आप चाहते हैं कि आपका लाइफ Partner अपना कोई भी निर्णय खुद ले और उसके फल का जिम्मेदार भी वह खुद हो तो यह गलत है, ऐसा करके आप अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ा रहे हैं | पुरुष और महिला की संरचना बहुत अलग होती है, मतलब पुरुष की सोच थोड़ी प्रक्टिकल होती है वहीँ महिला थोड़ा भावुक होती हैं | इसलिए जीवन के बड़े निर्णय दोनों के आपसी सामंजस्य से लिया जाना सहीं होगा | अगर आप अपने Partner को निर्णय लेने में मदद नहीं कर रहे हैं तो धीरे-धीरे आपका बांड कम होने लगता है | इसलिए उन्हें उनके निर्णय लेने में मदद करें | लेकिन सबसे बड़ी बात यह भी है कि आप कोई भी निर्णय उनके ऊपर न थोपें, बल्कि अपने निर्णय में उनकी भी रॉय जरुर लीजिये |
- किसी लड़की को Impress करने के लिए खुद को कभी न बदलें – अगर आपकी पत्नी या महिला मित्र कोई राय देती है तो आप उनके prospective को समझिये, हो सकता है उनकी राय बिलकुल सही हों! उसके आधार पर आप अपने जीवन में आगे का प्लान कर सकते हैं, लेकिन किसी के कहने पर अपने knowledge और mindset पर संदेह न करें, आप केवल सामने वाले को खुश करने के लिए उनके सलाह को न मानें बल्कि अपने Basic Concept को क्लियर रखें | यह गलती आपके relationship पर भारी पड़ सकती है, क्योंकि खुद को बदलने पर low self confidence और in-authenticity से भर जायेंगे जिससे धीरे-धीरे आपका प्यार आपके partner के लिए कम होता जायेगा |
- अपने उद्देश्य को हमेशा अपने Relationship से आगे रखें – बहुत सारे पुरुष ऐसे होते हैं, जैसे ही उनके जिंदगी में कोई लड़की आती है तो वह लड़की ही उसका सब कुछ हो जाती है, जिसके कारण वो अपने उद्देश्य और target को छोड़कर सारा टाइम उस लड़की पर ही लगा देते है | ऐसा करते हुए आप स्वम् और अपने Partner दोनों को धोखा दे रहे होते हैं | क्योंकि आपके उद्देश्य के बिना आपका अस्तित्व नहीं है और अस्तित्व नहीं रहेगा तो आप अपने Partner को भी पूरी तरह अपना नहीं पाएंगे | वह लड़की भी चाहती है कि आप अपने जीवन में अपने लक्ष्य को पहले रखें और सफल हों लेकिन वह कभी कहती नहीं है |
- अगर आप अपने उद्देश्य से अनजान हैं तो अभी सही समय है उसे खोजें – बिना उद्देश्य के जीवन का कोई मोल नहीं होता है, जैसे एक पानी का जहाज जिसमे captain ही नहीं है, और पानी की लहरें अपने अनुसार पुरे जहाज को चला रही होती है | वो जहाज कहाँ जायेगा कुछ पता ही नहीं है, वही अगर समुद्री तूफ़ान का सामना हो तो जहाज डूब भी सकता है और वह पूरी तरह तबाह भी हो सकता है | वैसे ही जिंदगी है, इसलिए आप अपने उद्देश्य को आज ही खोजें ताकि आप अपने जीवन में सफल हों |
- बदलाव के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए – जब इंसान अपने उद्देश्य से अनजान होता है तो ये नहीं जान पाता की आखिर उसके आस-पास क्या चल रहा है | लेकिन जैसे ही आप अपने उद्धेश्य को तय कर लेते हैं तो उस मंजिल को पाने के लिए जो भी बदलाव होना है वह तय है उसको स्वीकार करें, क्योंकि बदलवा हर किसी के जीवन में अवश्य आता है | अगर आप मुस्कुराते हुए बदलाव को गले लगाते हैं तो आपको मंजिल पाने में आसानी होगी |
- अपने परिवार का बहाना न बनाएं – अगर आप अपने उद्देश्य को नहीं पहचान पाते है या फिर रास्ता भटक जाते है और इसके लिए आप बहाना बनाने के लिए परिवार के लोंगों का उपयोग करते है, तो यह गलत है, ऐसा करके खुद को कमजोर तो कर ही रहे है और धीरे–धीरे खालीपन को महसूस करने लगेंगे | जिससे आप जीवन में किसी भी रिश्ते या ज़िम्मेदारी को सम्मान पूर्वक नहीं निभा पायेंगे, जैसे परिवार के लोगों की जिम्मेदारियां, अपना काम, आदि और जिससे चिड़चिड़ापन होगा और वह कहीं न कहीं परिवार के लोगों के ऊपर ही उतरेगा |
- औरत आपके मार्गदर्शन में रहना चाहती है – परिवार का Basic नेचर है कि हमेशा पुरुष को फॉलो करना, आपकी लाइफ Partner भी यही चाहती है कि आप अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाते हुए परिवार के लिए सहीं चीजें चुने, जिससे सभी खुश होते हैं तब आपका महत्व और बढ़ जाता है | चाहे वह किसी से भी सम्बंधित क्यों न हो फायनेंसियल, इमोशनल, या आत्मीयता | शुरुवात पुरुष को ही करना पड़ेगा, मार्गदशन आपको ही देना होगा |
- अपने Comfort zone से धीरे–धीरे बाहर आयें – इसके बारे में हम पहले ही अपने एक लेख में बता चुके हैं, फिर भी चलिए Short Cut में बता देते है | एक बेहतर इन्सान वही है जो धीरे–धीरे अपने आरामदायक स्थिति (comfort zone) से बाहर आयें, जो अपनी रुकी हुई जिंदगी में खुश है वह कभी भी अपनी जिंदगी में बेहतर नहीं बन सकता | लेकिन हाँ यहाँ पर भी दो बातों को ध्यान देने की जरुरत है, वो है बहादुरी और बेवकूफी ! इन दोनों में फर्क होता है | ज़िन्दगी में आगे बढ़ना जरुरी है, लेकिन बिना कारण के कोई risk लेकर खुद के और अपने पुरे परिवार के भविष्य को ख़तरे में डालना सहीं निर्णय नहीं होता है | आप धीरे-धीरे आगे बढ़ें और अपने डर को ही आरामदायक (comfort zone) बना लें |
- औरत जो चाहती है वह कभी नहीं कहती – आपकी लाइफ Partner आपसे क्या उम्मीद रखती है, वह कभी नहीं बताती, लेकिन वह चाहती है की उसके और पुरे परिवार के लिए बेहतर जिंदगी का प्लान कीजिये, वह कुछ भी कहे लेकिन आप वाही करें जो सबके लिए सहीं हैं, तभी आप अपने लाइफ Partner से इज्जत पा सकेंगे |
- औरत नहीं चाहती है की वह आपकी सबसे पहली प्राथमिकता हो – आपकी लाइफ Partner कभी नही चाहती कि वह आपके जिंदगी की पहली प्राथमिकता हो, लेकिन हाँ वह यह जरुर चाहती है की आपके जिंदगी में उसका महत्व हो | अगर आप उनको सबसे पहले पर रखते हैं तब खुशियों और संतुष्टि के लिए उन पर आप निर्भर हो जाते हैं, जिससे उन पर जिम्मेदारियों के कारण फ्री लाइफ नहीं जी पाती | हमेशा वह परेशान होतीं है की कहीं आप उनके कारण दुखी न हो जायें | उसको बहुत ख़ुशी तब होती है जब आप उनसे प्यार बहुत करते हैं लेकिन पहली प्राथमिकता आपका उद्देश्य होता है |
पुरुषों के लिए ऊपर बताये गए 13 नियम ‘द वे ऑफ़ द सुपीरियर मेन’ नामक किताब से लिया गया है जिसको ‘डेविड डेयिडा’ ने लिखा है, यह पुस्तक अंग्रेजी में है जिसका हमने हिंदी अनुवादके साथ –साथ सारांश करते हुए लिखने की कोशिश की हैं, अगर कोई त्रुटी पाई जाती है तो हम माफ़ी चाहते हैं, पूरी किताब पढने के लिए आप मार्केट से खरीद सकते हैं |