Tujhse Naraz Nahi Zindagi, Hairaan Hoon Main… |तुझसे नाराज़ नहीं जिंदगी, हैरान हूँ मैं…

क्या आपको भी ऐसा लगता है की जिन्दगी में एक समस्या ख़त्म नहीं होती की दूसरी खड़ी हो जाती है ? कभी नौकरी में तो कभी घर में तो कभी स्वास्थ्य से संबन्धित | ऐसा ही एक लड़का था, जो अपनी जिंदगी की रोज़-रोज़ की समस्याओं से बहुत परेशान हो गया था | तो आइये जानते है उसकी कहानी के बारे में और ये समझते है, की उसे इन समस्याओं से क्या सीख मिली जो हमे भी हमारी जिंदगी में काम आ सकती है |

ये कहानी है विभोर की वो राजस्थान के एक शहर में रहता था वहां एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था | उसकी ज़िन्दगी में वैसे तो सब कुछ ठीक ही था | अच्छी नौकरी, घर, परिवार दोस्त सब कुछ था उसके पास  लेकिन वो अपनी ज़िन्दगी में ख़ुश नहीं था | उसे लगता था की वो अपनी ज़िन्दगी में हर वक़्त किसी न किसी परेशानी से घिरा हुआ रहता है, उसे कभी शांति नहीं मिलती | वो इन सब समस्याओं और परेशानियों से छुटकारा पाना चाहता था | एक दिन उसे पता चलता है की शहर में एक फ़क़ीर बाबा का काफ़िला आया हुआ है वो फ़क़ीर बाबा हर तरह की समस्या का समाधान कर देते है | विभोर को लगा की उसे उस फ़क़ीर बाबा से जा कर मिलना चाहिए और अपनी समस्या के बारे में बात करनी चाहिए | एक दिन छुट्टी थी तो विभोर निकल गया फ़क़ीर बाबा से मिलने, वो वहाँ पहुँच तो सुबह से गया था, लेकिन उसका नंबर आते-आते शाम हो गई |

अगर आप किसी नदी में गए हो तो, जिस दिशा में पानी बह रहा है, उस दिशा में तैरना शुरू करते हैं, तो किनारा जल्दी मिलता है | उसके विपरीत अगर आप तैरते हो तो किनारा देर से मिलेगी | कहने का मतलब है कि…

शाम को जब फ़क़ीर बाबा से मिला तो उन्हें अपनी समस्या बताई की – मेरी लाइफ में बहुत सी समस्या है, एक खत्म नहीं होती की दूसरी शुरु हो जाती है, कभी जॉब की टेंशन, कभी परिवार में कलह, कभी स्वास्थ्य की समस्या, मुझे समझ नहीं आता की इन सब परेशानियों से छुटकारा कैसे पाऊं? फ़क़ीर बाबा ने उसकी बात ध्यान से सुनी और उससे कहाँ – बेटा मैंने तुम्हारी सारी बात सुन ली, लेकिन अभी काफ़ी रात हो गई है तो मैं तुम्हे तुम्हारी समस्या का समाधान कल सुबह बताऊंगा तब तक क्या तुम मेरा एक काम करोगे ? विभोर बहुत उत्साहित होकर बोला – हाँ बिल्कुल करूँगा | तो फ़क़ीर बाबा बोले – मेरे काफ़िले में 100 ऊँट है और जो आदमी उनकी देख-रेख करता था उसकी तबीयत आज ठीक नहीं है तो तुम मेरे ऊँटों की आज रात देख-रेख करना, और जब ये सब बैठ जाए तो बस तब तुम भी सो जाना | इतना कह कर बाबा अपने तम्बू में जा कर आराम करने लगे | इधर विभोर उन ऊँटों की देख-रेख में लग गया |

अगली सुबह जब बाबा उठ कर आये तो विभोर से पूछा – और कैसी कटी रात ? अच्छी नींद आई ? तो विभोर बोला – कहाँ बाबा जी, मैं तो पूरी रात सो ही नहीं पाया, एक ऊँट बैठता था तो दूसरा खड़ा हो जाता था और कुछ ऊँट तो बैठने का नाम ही नहीं ले रहे थे | उसकी बात सुन कर बाबा मुस्कुराए और बोले – मुझे पता था यही होगा, क्यूंकि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ की 100 के 100 ऊँट एक साथ बैठ जाए | ये बात सुन कर विभोर थोडा नाराज़ हुआ और बोला – बाबा जी जब आपको ये पता था तो अपने मुझे ये काम क्यूँ दिया ? तब बाबा मुस्कुरा कर बोले – कल रात का ये जो तुम्हारा अनुभव है ना यही तुम्हारी समस्या का समाधान है, तुम्हारे सवाल का जवाब है | विभोर बोला – कैसे? तो बाबा बोले – कल रात में तुमने अनुभव किया होगा की कुछ ऊँट तो खुद-ब-खुद ही बैठ गए, कुछ ऊँटों को तुमने अपने प्रयास से बिठाया और कुछ ऐसे भी थे जो बैठ ही नहीं रहे थे, लेकिन जब तुम वहां से चले गए तो वो खुद बैठ गए | विभोर ये सुन कर थोड़ी देर सोच में पड़ गया और बोला – हाँ बाबा जी बिल्कुल ऐसा ही हुआ था |

तब उस बाबा जी ने उसे समझाया – ज़िन्दगी की समस्याओं का भी यही हाल है कुछ समस्यायें खुद-ब-खुद सुलझ जाएँगी, कुछ समस्याओं को तुम्हे अपने प्रयास से सुलझाना पड़ेगा और कुछ समस्याएं जिनका तुम्हे कोई समाधान ना मिले उन्हें वक़्त पे छोड़ दो वो समय के साथ अपने आप सुलझ जाएँगी | जब तक ज़िन्दगी है समस्याएं परेशानियाँ तो बनी ही रहेंगी कभी कम तो कभी ज़्यादा | हमे ये करना है की हर समय हम समस्याओं के बारे में न सोचें बल्कि ख़ुश होकर जीवन का आनंद ले | बाबा जी के मुख से ये सब सुनने के बाद विभोर अपने समस्याओं के परे जाकर जीवन के मूल्यवान पहलु – अपने रिश्ते, परिवार, दोस्त और नौकरी से जुड़ी अच्छाइयों के बारे में सोचने लगा | तो उसे महसूस हुआ की जो कुछ बाबा जी ने उसे कहाँ सब सत्य है |

लड़कियों में असुरक्षा का खतरा महसूस किया जाने लगा है , कुछ समय पहले हैदराबाद में हुआ अपराध और 2012 में हुआ निर्भया अपराध ये पूरा देश को झकझोर के रख दिया जाने वाला जन्घ्य अपराध था, कितनों लोगो….

हम सब भी अपने जीवन में खुशियों से ज़्यादा ध्यान परेशानियों में लगा लेते है और नतीज़ा ये आता है की हम जीवन के कुछ अच्छे पल खो देते है | छोटी-छोटी खुशियों पे अपना ध्यान केन्द्रित करेंगे तो बड़ी से बड़ी समस्या भी वक़्त के साथ सुलझ जायेंगी | इंसान के जीवन में हर समस्या का समाधान उसकी मानसिकता और attitude पे निर्भर करता है | हम चाहें तो छोटी सी परेशानी को बहुत बड़ी बना कर पूरा जीवन उसके पीछे ख़राब कर सकते है और चाहे तो बड़ी से बड़ी परेशानी का समाधान भी बिना डरे, घबराये और विचलित हुए निकाल सकते है | आप भी अपने जीवन में समस्याओं के बारे में न सोचे बल्कि खुश रहे आनंदित रहे |

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