जिंदगी में आज सबसे महत्वपूर्ण है करियर, इस ब्रहांड में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसको हम पा नहीं सकते, बन नहीं सकते और ऐसा कुछ नहीं है जो हम कर नहीं सकते | इस पुरे ब्रम्हांड में सबसे शक्तिशाली, अतुलनीय, असाधारण और अनमोल चीज हैं इंसान, इस ब्रम्हांड को रचना करने वाले का अंश हैं | फिर भी कोई मुश्किल के आते ही हम बहुत निराश और डिप्रेस हो जाते हैं | हम अपने सपनों के परिणाम के पहले आने वाली बाधाओं के बारे में सोचकर अपना लक्ष्य को छोड़ देते हैं | इसका सबसे बड़ा कारण है, कुछ अदृश्य चीजे, जो दिखाई तो नहीं देती लेकिन हमको काबू में कर रखा है | कितनी भी प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ लें या मोबाइल में वीडियो देख लें, जिसका असर केवल कुछ मिनिटों और घंटो के लिए बस रहता है | फिर हमारा रवैया सामान्य हो जाता है | अनुमान कहता है लक्ष्यों को भटकने के लिए हमारे जीवन में तीन लकीरें हैं, जो दुनिया की आधी आबादी को अपना शिकार बना के रखा है | हमें सफल होने और हमारी सपनों को उड़ान देने के लिए, तीनों लकीरों के पहचानना ही होगा | सपनों की राह में रोड़ा बनते हुए परेशानियाँ बनकर हमें भटकाने वाली ये लकीरें दिखती नहीं है, पर बहुत असरदार है | हमको ये तीनों लकीरों को समझना और जानना होगा, ताकि हमारे सपनों के रास्ते में ये बाधा आये तो उन लकीरों को मिटाने में आसानी होगी या यूँ कहें कि ऐसे स्थिति में अपने सपनें रूपी बल्ले से उन लकीरों को ऐसे मारना होगा कि बाल सीधा मैदान के बाहर चले जाये |
पहला लकीर “क्या कहेंगे लोग” हमारे दिमाग में विचारों का अम्बार भरा रहता है, आप खुद सोच के देखिये दिन में हमारे दिमाग में कई हजारों विचार आते हैं | अच्छे – बुरे सभी तरह के विचार आते हैं, जिसमे सबसे फालतू के विचार है कि क्या कहेंगे लोग? आपके सपनों की राह में सबसे बड़ी बाधा यही लकीर बनाता है | रोड में जिस तरह स्पीड ब्रेकर होता है, उसी तरह आपके मंजिलों के रस्ते में भी स्पीड ब्रेकर होता है, जिसको हम परेसानियाँ कहते हैं | मेरा मानना है कि स्पीड ब्रेकर का होना भी बहुत जरुरी है, लेकिन इसको बाधा न बनने दें, अपनी गाड़ी को बंद न होने दें आराम से और धीरे से इसको पार करने चाहिए | इस पुरे ब्रम्हांड में सबसे ज्यादा बाधा यही लकीर है कि आखिर क्या कहेंगे लोग? क्या कहंगे, क्या सोचेंगे यह भी हम सोचने लगे तो लोगों को जो सोचना है, कहना है, वो तो सामान्य बात है | यदि आपका खुशी और दुःख दूसरों के बातों के आधार पर मिलती है तो आप वैसे भी दूसरों के हाथ के कटपुतली बन चुके हैं | अपना रिमोट कण्ट्रोल अपने पास रखें, अन्यथा आप जिंदगी भर बस हैरान – परेसान जीते रहेंगे | आपको लगता है कि आपके सपनें, भविष्य में खरा सोना होने वाला है तो उसको पाने के लिए भीड़ के कार्य करना है | कोई कुछ भी कहे, कितना भी हँसे ध्यान नहीं देना है, बस आगे लड़ते और बढ़ते जाना है | लोगों के बारे में सोच कर आप हाथ आये अवसर को कहीं गँवा देंगे तो इन्ही लोग आपको एक दिन बेवकूफ जरुर कहेंगे |
दूसरा लकीर हम स्वयं “मुझसे नहीं होगा” सपनें तो हम बड़ी – बड़ी देखते हैं, और हमारा ख्याली पुलाव भी बहुत स्वादिष्ट होती है | लेकिन उस पुलाव को बनाने के लिए जो कार्य करना पड़ता है, जैसे ही आप उसके बारे में सोचने लगते हैं वैसे ही आपका डर सामने आ जाता है | फिर आप उन कार्यों को करना शुरू करने से पहले ही छोड़ देते हैं और आप खुद कहने लगते हैं खुद से कि ये मुझसे नहीं होगा | लोग जो विश्व रीकार्ड बना सकते हैं, जहाँ कभी अनुमान नहीं लगा पाए होते हैं वहाँ पहुच जाते हैं, तो फिर मैं क्यों नहीं? जब तक परेशानियों को डरायेंगे नहीं तब तक सफलता कहाँ से पाएंगे | लोग ऐसे जगह पदासीन हो सकते हैं, जहा से देश, दुनिया को चलाते हैं, तो आप क्यों नहीं | ब्रम्हांड के सबसे अच्छे रचना में से एक हैं आप फिर क्यों खुद को पहचान नहीं पाते हैं | कभी अकेले में आप खुद से बात कर के तो देखो कि आखिर क्या कमी है आपमें ? जो कि परेशानियों के सामने हमेशा कहते रहते हो कि मुझसे नहीं होगा | सपनों को पाने के लिए परेशानियों से डरेंगे तो फिर सफल कैसे होंगे? आज ही अपने आप को मुझसे नहीं होगा, बोलने से रोककर, ये मैं ही कर सकता हूँ वाला दृंढ़संकल्प करना होगा | यह सच है, अगर आपने आज परेशानियों से बचेंगे तो भविष्य में सिर्फ परेशानियां ही होंगी | कोई सफलता बड़े विचार और बड़े सोच से नहीं मिलती बल्कि बड़े संघर्ष से मिलती है | सहीं समय का इंतजार करने वाले और मुझसे नहीं होगा कहने वाले के भविष्य में सिर्फ अफसोस होता है | हम कोई भी सपनों को साकार करने में सफल हों या न हों | लेकिन न हाराना जरुरी है और न जीतना जरुरी है, जिंदगी एक खेल है दोस्तों इसको खेलना जरुरी है | यह संकल्प का होना बहुत जरुरी है |
तीसरा लकीर “मेरा तो किस्मत ही खराब है” सपनों को पाने की राह में चलने वालों को अनेकों परेशानियों को झेलना होता है | कभी उतार तो कभी चढाव, राहों में चलते – चलते अनेकों बार फेल होना पड़ता है, एक बार फेल होकर आप आगे कुछ नहीं करना चाहते हैं क्योंकि कही न कहों आपने मन में बिठा रखा है, कि मेरा तो किस्मत ही ख़राब है | मैं जो चाहूँ उसमे कुछ न कुछ रोड़ा आ जाता है, कोई कार्य कर ही नहीं पाता हूँ | आप किस्मत को लेकर रोते रहते हैं, जरा आपको उनके बारे में एक बार सोचना चाहिए, जो चलना चाहते हैं पर पैर नहीं है | जो इस ब्रम्हांड को अपने आखों से निहारना चाहते हैं, पर उनके पास आँखें नहीं है | इस दुनिया में ऐसा कोई भी परेशानियाँ नहीं है, जिसको ठीक न किया जा सके| हमको अपनी किस्मत अपनी काम से लिखने कि ताकत तो होती है, लेकिन उसके लिए जज्बा होना जरुरी है | अच्छे समय और अच्छे किस्मत का इन्तजार करते बैठे रहने से कुछ हासिल नहीं होगा | समय बीत जाने के बाद सिर्फ आपको तकलीफ होगा कि काश मैंने वो कर लिया होता और तब सच में आपसे बदकिस्मत कोई और नहीं होगा |
प्रिय पाठक आपने हमारा लेख पढ़ा, उसके लिए आपको दिल से धन्यवाद् | आपको कैसा लगा फीडबैक निचे दिए गए कमेंट्स सेक्शन में जाकर जरुर देंवे ताकि हमें अपना गुणवत्ता समझने में सहायता हो |
लाइन क्रॉस करना जरुरी है | LINE CROSS KARNA JARURI HAI | MUST CROSS THE LINE1 thought on “”
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