हर कार्य या शब्दों का एक विपरीत शब्द जरुर होता है , जैसे जन्म है तो उसका विपरीत शब्द है मरण, वैसे ही जहाँ बहुत ज्यादा प्यार होता है, वहां तकरार होना लाजमी है | इन्ही प्यार के बीच में कई बार एक दुसरे को नहीं समझ पाने में या कम्युनिकेशन गेप के कारन ब्रेकअप भी हो जाता है | ब्रेकअप का असर प्रायः हर उम्र वर्ग में देख सकते हैं, जो बहुत कष्टदायक होता है | एक लड़का है, जिसका ब्रेकअप हुआ था उसने बताया कि जैसे उसका पूरा दुनिया ही उजड़ गया हो, अपने उस दर्द से बाहर ही नहीं आ पा रहा था | हम भले ही बात करते हैं है कि आधुनिक युग है लेकिन यह कहना भी अनुचित नहीं है कि आज के भागम भाग जिन्दगी की रफ़्तार में जितना जल्दी लोंगो से प्यार हो जाता है, उतना ही जल्दी रिश्ते टूटता भी है | प्यार का रिश्ता (copule) टूटता है, तो महिलाओं में इसका बहुत गहरा असर पड़ता है, असुरक्षा का स्थिति महसूस करने लगती हैं | यही अवस्थाओं के कारण कई बार ऐसे कदम उठा लिया जाता है, जिसका भर पाना मुश्किल होता है | क्योंकि महिलाएं, पुरषों कि तुलना में अधिक संवेदनशील और भावनात्मक होती हैं |
दुसरे तरफ कहते हैं कि पुरुषों को ब्रेकअप से कोई फर्क नही पड़ता , जो कि बिलकुल गलत है , महिलाओं में देखा जाता है कि वे अपना दुःख हल्का कर लेती हैं, लेकिन पुरुष सारी बातें अपने मन में रखकर घुटते हुए रहते हैं | जिससे उसका अलग ही रूप देखने को मिलता है खाना नहीं खाना, किसी से मिलना नहीं आदि – आदि | चलिए आज हम ब्रेकअप का असर लड़कों पर क्या होता है, उस पर जरा गौर हैं :
खुद को दोषी मानना ज्यादातर पुरुष को ब्रेकअप के बाद देखा गया है कि वो खुद को दोषी मानने लगते हैं , सबको बोलें या न बोलें लेकिन मन ही मन अपने आप को कोसते रहते हैं, जिससे बहुत ज्यादा तनाव में रहते हैं | तनाव, सेहत के लिए क्या असर करता है, सभी बेहतर समझ सकते हैं |
अकेलापन का शिकार तो जिन्दगी में कभी न कभी हर कोई होता है , लेकिन ये ब्रेकअप के बाद वाला अकेलापन बहुत भयानक होता है, लगता है कि उसको समझाने वाला समझने वाला कोई नहीं है | औरतें तो अपनों दोस्तों रिश्तेदारों जिनसे भी उनका अच्चा समबन्ध होता है, उनके सामने रो कर अपना दुःख कम कर लेतीं हैं, लेकिन लड़कों में ऐसा देखने को नहीं मिलता है, एकात कभी दिख भी जाता है तो वह अपवाद होता है |
गलतियों की पुनरावृत्ति, पुरुष खुद को दोषी मानते हैं और न ही अपने आप में सुधारलाने की कोशिश करते हैं | लेकिन वहीं पर महिलाओं कि बात करें तो ब्रेक अप होने के बाद फिर से रिश्ते में बंधना नहीं चाहते हैं | वहीँ पुरुषों का तरीका अलग होता है, कि गम भुलाने के लिए दुसरे रिश्ते में चले जाते हैं | परन्तु उतना भरोसा नहीं कर पाते हैं, केवल टाइम पास करते हैं, सबको पता है ऐसा रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं टिकता है, फिर वही….
अपने पुराने महिला मित्र को याद करके बेचैन हो जाते हैं, उसको फिर से पाने के लिए क्या कुछ नहीं करते, माफ़ी मांगते हैं | बातचीत करके सभी मतभेदों को खत्म करके पुनः साथ रहने की कोशिश करते हैं, फिर से वादे…. ताकि फिर से उसको पा सके, और पहले कि तरह ही ख़ुशी से रह सकें, इस दौरान कभी भी गलती न दोहराने की भरपूर प्रयास करने के लिए संकल्पित होते हैं |
समस्या है तो समाधान भी है, ऐसे समय में क्या कर सकते हैं :
- कोई भी प्यार वाली रिश्ता को भुलाना आसान नहीं होता, खास तौर पर प्रेमी – प्रेमिका | दूर रहना बहुत दर्द देता है बर्दास्त कर पाना मुस्किल होता है | ब्रेक अप होने के बाद सबसे बड़ी गलती करते हैं कि बार-बार फ़ोन लगाना, मेसेज करना , कभी याद में नशे कि लत लगा लेना यह वक़्त बहुत बुरा होता है, क्योंकि ये रिश्ता दिल से जुड़ा होता है | उदासीनता के कारण पूरी उर्जा, अच्छी सोच से इन्सान भटकते जाता है, जिससे करियर में आगे बढ़ना मुस्किल हो जाता है |
- भूलने कि कोशिश नहीं करना चाहिए, बल्कि उनको समान्य दोस्तों कि तरह सोचने कि कोशिश करना चाहिए ताकि सोच में बदलाव आये जिससे अपने आप भूलने में शायद आसानी होगी |
- अकेले नहीं रहना चाहिए , जितना हो सके व्यस्त रहें चाहे वह करियर हो, कोई भी ऐसा गलती नहीं करना चाहिए जिससे करियर तबाह हो जाये, दोस्तों और परिवारों के साथ पहले जैसे समय बिताना चाहिए, जिससे सबको ख़ुशी मिलना शुरू हो जायेगा |
- खुद को दोष नहीं देना चाहिए अन्यथा सोच नकारात्मक होता है, जिससे हमारी जीवन के हरेक चीजों में इसका गलत प्रभाव पड़ता है और आगे बढ़ने से रोकता है |
- अच्च्चे सोचते रहे, और अपने आप से कहना चाहिए जो हुआ-अच्छा हुआ, और खुश रहने कि कोशिश करना चाहिए |
- थोड़ा स्पेशल बनें याद करें, अपने बचपन को और उस समय जो करने में मजा आता था वो करें जिससे आपकी शौक का पुनरावृत्ति होगी और हो सकता है वह कार्य आप और अच्छे से करें ताकि आपको मजा आने के साथ साथ उसका स्पेशियालिटी बनने में सहायता होगी | कैसे भी परिस्थिति हो उसका सामना करना चाहिए, जिन्दगी में कड़वी याद के अलावा बहुत सारे खुबसूरत पल भी होते हैं, खुबसूरत पलों को याद करें और अपने आप को सकारात्मक रखें |
- नशे को दोस्त न बनाये इससे आपका छवि, पैसे, सेहत सभी ख़राब होता है, बल्कि अपनी कमियों को सुधारना चाहिए | जब भी ब्रेकउप हो उसको ख़ुशी में परिवर्तन करने कि कोशिश करना चाहिए, कुछ वर्ष पहले ही कई अच्छी फिल्में आयीं थी | जिसमें ब्रेकअप को अच्छे से सेलिब्रेट करते हुए दिखाया गया है | अगर कोई रिश्ता खुशी से खत्म हो तो जो ऊपर हमने इतनी पढ़ा है, शायद उसका कोई नौबत ही न आये |
प्रिय पाठक आपने हमारा लेख पढ़ा, उसके लिए आपको दिल से धन्यवाद् | आपको कैसा लगा फीडबैक निचे दिए गए कमेंट्स सेक्शन में जाकर जरुर देंवे ताकि हमें अपना गुणवत्ता समझने में सहायता हो |
ब्रेकअप !! प्यार का अंत या शुरुवात | Breakup !! End of LOVE or the Beginning4 thoughts on “”
Nice article
So nicely depicted the condition.
Lagta hai khud iss daur se gujar chuke hai ….
मैं भी किसी का इन्तजार कर रही हूँ … कही आप तो नहीं |
thanks