हर इन्सान को जिन्दगी एक ही बार मिलती है, जिसको जीना आ गया उसका नाम अमर हो जाता है, नहीं तो करोडो लोग जन्म लेते हैं और मर जाते हैं | जिन्दगी में कई ऐसे दौर होते है जिसमे लाखों कठिनाइयाँ आती हैं, जिसने कठिनाइयों को उनके स्वाभाव अनुसार समझ लिया, वह जी गया और नहीं समझ पाया वह गुमनाम हो गया | बुरे वक्त का आना बहुत जरुरी होता है, यह एक ऐसा समय होता है जिसमे आप देख या समझ पाते हैं कि कौन है आपका सहीं साथी | कुछ अच्छा करने के लिए सकारात्मक विचार का होना जरुरी है, उदाहराण के लिए आप बांसुरी को ले लो जिसको बजाना आ गया तो लोग उसके दीवाने हो गये, और नहीं बजा पाए तो वह आपके लिए मात्र एक बांस का टुकड़ा है| आज सहस दोस्त वर्तमान जीवनशैली के बारे आंकलन करते हुए लिखते हैं…
वर्तमान में अगर आप देर से सोते हैं, और देरी से उठते हैं या खान पान का कोई समयसारिणी नहीं है तो आप ही अपने सबसे बड़ा दुशमन है | क्योंकि जीवन शैली सही नहीं होने पर आपकी सेहत, सोच और समझ सभी ख़राब हो जाते है | सफलता पाने के लिए सबसे पहले अपने जीवन शैली में बदलाव बहुत जरुरी है | जैसे कि सबसे पहले लक्ष्य होना जरुरी है, मतलब आपको अपने आप से पूछना होगा कि आखिर जिंदगी से आप क्या चाहते हैं? आपने सोचा कि आपको अमीर बनना है, तो सबसे पहले आपको सकारात्मक सोच लानी होगी, परन्तु वह आयेगा कैसे?
सबसे पहले सोच का बदलना बहुत जरुरी है, जैसे- किसी के लिए बुरा न सोचें, जलन या निराशा नहीं आना चाहिए, खुद पर निवेश करना बहुत जरुरी है चाहे वह समय हो या पैसे, जैसे जितनी मात्रा में दूध उबालो उतनी ही मात्र में मलाई मिलेगी | सुबह जल्दी उठाना, समय पर खाना, आवश्यकतानुसार आपके लक्ष्य के लिए कार्य करना | आप दुनिया के किसी भी सफलतम व्यक्तियों को देख लो या उनके ऊपर लिखे हुए पुस्तकों को पढ़ लीजिये, सबसे पहले उनका मुख्य उद्देश्य होता है, सुबह भोर में उठाना, नित्य क्रिया के पश्चात् सैर सपाटा, व्यायाम करना आदि – आदि ये लोग यह सब बिना आलस के प्रतिदिन करते रहे हैं | उसके बाद ये सकारात्मक पुस्तकों को जरुर पढ़ते हैं, या पढ़ते रहे हैं| इससे क्या होता है कि दिन कि शुरुवात ताजगी भरी हुई साथ ही कुछ अच्छा और नया करने की चाह भी उत्त्पन्न होती है | उदाहरणों से समझना चाहिए कि नकारात्मक लेख या खबर कभी भी सो उठकर नहीं पढना या देखना चाहिए, जब तक वह खबर आपके व्यक्तिगत जिन्दगी से ताल्लुक न रखती हो, एक बार अभी आप स्वम् के जीवन पर विश्लेषण कर के देखिये कि जब भी आपके दिन की शुरुवात नकारात्मक तरीके से होती है तब पूरा दिन भी वैसे ही निकलता है |
सहस दोस्त अपने अनुभव से बता सकते हैं या अपने और भी जगह ये पढ़ा या सुना होगा कि, वर्तमान के समय में अधिकतम लोगों सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल देखते है, फिर व्हाट्स एप्प, अखबार जिसमे शुरुवात ही कैसे होता है आपको पता ही है | सफल व्यक्ति उन सारी नकारातक सूचनाओं से दूर होते हैं, जिससे कार्य करने को उत्त्साहित और अधिक उर्जा के साथ करते हैं, जिससे सफलता का मिलना निश्चित होता है |
कोई भी कार्य एकाएक नहीं होता, उनको कुछ हिस्सों में बांटकर करना चाहिए, जैसे मैंने कहा था कि अपने ऊपर निवेश करना बहुत जरुरी है चाहे वह समय हो या पैसे, प्रतिदिन हमको सुबह 4 बजे उठाना चाहिए मतलब 4 से 7 आपके लिए रोज़ का तीन घंटे, मतलब साल का 1095 घंटे और इसी तरह देखें तो अगर आपकी जीवनकाल 70 वर्ष का है तो 76650 घंटे वो सिर्फ आपका है, सोचो हम इतने समय में क्या नहीं कर सकते, मरना तो है ही, लेकिन हम अपनी कुछ न कुछ छाप छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कहें तो हमारा भी नाम इतिहास में जरुर होगा | तो आज से ही शुरू करें “एक अध्याय” लिखने की, सहस दोस्त बताते हैं कि 21 दिन में बहुत बड़ी ताकत होती है, और अगर हम लगातार 21 दिनों तक किसी कार्य को बरक़रार रखें तो वह आदत में बदल जाता है | हम ये 21 दिन को तीन टुकड़े में बाँट लेते हैं मतलब सात-सात दिन में यही एक-एक सप्ताह, आप शुरुवात से ही 4 बजे से उठाना शुरू मत करिए, पहले सप्ताह में 5.30 बजे उठिए, दुसरे सप्ताह में 5 बजे और अंतिम सप्ताह में फिर 4 बजे उठाना शुरू कीजिये देखना ये आपकी आदत में बदल चुका होगा | दुनिया की कोई भी ताकत आपको अपने आप को सकारात्मक रूप से बदलने से रोक नहीं सकती |
अभी तक हमने सुबह उठने कि बात तो कर ली लेकिन उठने के लिए सोना जरुरी है| “आप वही सपने देखते हैं, जो आपका ब्रेन आपको दिखाना चाहता है, सोचो अगर आपको वो सपने दिखे जो आप देखना चाहते है” | मतलब आपके दिमाग में भी आपका कण्ट्रोल हो तो कितना अच्छा होगा, जिससे आप अपने अनुसार सपने देख सको, एक सामान्य व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 7 से 8 घंटा सोने में निकाल देता है, मतलब अपने जिंदगी का एक तिहाई हिस्सा, लेकिन अच्चा स्वाथ्य और अच्छे सोच के साथ बड़े कार्य करने के लिए आपको सोना भी जरुरी है | जिसमे केवल अच्छी नींद केवल 2 से 3 घंटे की होती है बाकि समय में आप आधा सोते आधा जागते रहते है | सोने से पहले मस्तिस्क को बंद (SWITCH OFF) करना जरुरी होता है | उस तरह नहीं जैसे इलेक्ट्रोनिक मशीनों को स्विच बंद करते हैं | जैसे ही आप सोने लिए बिस्तर में जाते हैं उससे पहले अपने मोबाइल को कम से कम दस फीट कि दुरी पर रख दें, फिर पुरे शरीर को सीधे रखते हुए लेटें दो से पांच मिनट तक लम्बी लम्बी – साँस लें, फिर आप अपने ईष्ट देव या अपने माता पिता को याद करें, अभी तक जो भी आपके पास है उसके लिए उनको धन्यवाद दें | फिर आप जो बनना या जिस लक्ष्य को पाना चाहते है, सोचते हुए सो जायें इससे नींद भी अच्छी आयेगी और आपकी थकान जाने के साथ – साथ आप खुद ही महसूस करेंगे कि आप अपने लक्ष्य के कितने करीब हैं तथा वह अवश्य आपको मिलेगी |
अभी के लिए इतना ही आगे आने वाले लेखों में हम इस विषय में और विस्तार से चर्चा करेंगे | हम होंगे कामयाब ….
आपके नजरिये से ‘जिन्दगी की मंजिल क्या होती है ?’ अपने विचार कमेंट्स कर के हमें जरुर बताएं |
आखिर जिंदगी से आप क्या चाहते हैं? | What do you want from LIFE?2 thoughts on “”
Yes we all should work for our life style management, specially in this corona phase it is the need of the hour.
Good article to read👍
Good