एक राज्य के राजा की आदत थी की वो अपने राज्य का दौरा भेष बदल कर करता था | ये देखने के लिए की उसके राज्य में सब ठीक तो चल रहा है, कहीं कोई उसके राज-पाठ से दुखी तो नहीं है और बाज़ार में सब ठीक से लेन-देन चल रहा है की नहीं ! कहीं कोई बाज़ार में किसी को लूट तो नहीं रहा | बस ऐसे ही एक दिन वो राजा अपने ख़ास मंत्री के साथ एक बाज़ार का दौरा करने निकला | वो बाज़ार में घूम ही रहा था की अचानक उसकी नज़र एक आदमी पे पड़ी जो की मर चूका था और बाज़ार में एक उसकी लाश पड़ी हुई थी | पुरे बाज़ार में कोई भी उस आदमी को उठा कर नहीं लेजा रहा था, न ही कोई उसकी तरफ़ देख रहा था, हर कोई उसकी लाश के दूर से निकल रहा था | राजा को ये देख कर बहुत अजीब लगा | राजा अपने मंत्री के साथ उस लाश के पास गए उस आदमी के पास ऐसी कोई निशानी नहीं थी जिससे उसकी पहचान हो सके |
राजा ने अपने मंत्री को लाश के पास रुकने को बोला और खुद आस-पास के दुकानों में जाकर उस आदमी के बारे में लोगों से पूछने लगे, वो पहले दूकान में गए और जाकर कहा – ये आदमी जो मर गया है वो कौन है ? आप इन्हें जानते है ? और कोई इसकी लाश को उठा क्यूँ नहीं रहा है सब दूर से क्यूँ निकल रहे है ? ये सुन कर दूकानदार ने राजा से कहा – ये बहुत ही बुरा आदमी था जो मर गया ! आपको दूकान से कुछ लेना है तो लो बाकि इस आदमी के बारे में हम कुछ नहीं बता सकते ! ये सुन कर राजा दुसरे दूकान में गया वहां भी उन्होंने वही सवाल किया और वहां भी उन्हें वैसा ही ज़वाब मिला | राजा को कुछ समझ नहीं आ रहा था की चल क्या रहा है | उसके बाद वो तीसरे दूकान में गए, वहां भी वही जवाब – की बहुत ही बुरा आदमी था, मर गया है और कोई उसकी लाश को हाथ तक नहीं लगाना चाहता ! बड़ी मुश्किल से एक आदमी ने राजा को उसके घर का पता बताया | उस आदमी के घर का पता मिलने के बाद राजा और उनके मंत्री उस आदमी की लाश को उठा कर उसके घर लेकर गए | उसके घर जाकर दरवाज़ा खटखटाया तो उस आदमी की पत्नी ने दरवाज़ा खोला | अपने पति की लाश देख कर वो औरत बहुत रोने लगी | राजा ने उसे बताया की – बाज़ार में इनकी लाश पड़ी थी, लेकिन कोई भी उनकी लाश को हाथ लगाने को तैयार नहीं था और सभी लोग बाज़ार में इन्हें बहुत ही बुरा आदमी बोल रहे थे आखिर बात क्या है? लोग इनके साथ ऐसा क्यूँ कर रहे थे ?
राजा से ये सारी बातें सुन कर वो औरत और रोने लगी और रोते हुए राजा को बताया कि – मेरे पति बहुत ही अच्छे इंसान थे उनके जैसा इंसान कोई हो ही नहीं सकता दूसरों को पाप और तकलीफ से बचने का काम करते थे | वो रोज़ शराब की दूकान में जाते और वहां से ढेर सारी शराब लेकर घर आ जाते और घर में लाकर उन्हें नाली में फेंक देते | ऐसे ही रात में बाज़ार में नाचने वाली के कोठे पे जाते और उसे पैसे देकर बोलते ये तुम्हारी आज रात की कमाई अब अपना दरवाज़ा बंद रखना और किसी को अन्दर आने मत देना ! ये सब करने से जब मैं उन्हें मना करती थी तो वो मुझे कहते – ये सब करके मैं समाज का थोडा पाप कम कर रहा हूँ, दुसरे आदमी शराब पी कर कोठे पे जाकर पाप करते है और साथ ही अपने परिवार को भी कष्ट देते है | मैं उन्हें बहुत समझाती थी की ये सब न किया करें क्यूंकि लोग उन्हें ही शराब दूकान और कोठे में आते-जाते देख उनके बारे में ग़लत बातें करते है, और उनके मरने पे कोई उन्हें कन्धा देने और उनकी अर्थी उठाने वाला भी नहीं आएगा | तब वो मुझे कहते थे देखना जब मैं इस दुनिया को छोड़ कर जाऊंगा तो उस वक़्त का राजा और नेक लोग मुझे कन्धा देने आयेंगे और एक राजा की तरह ही मेरी अर्थी उठेगी |
उस औरत से सारा सच जानकार राजा बहुत दुखी हुए उनकी आँख में भी आंसू आगये फिर उन्होंने उस औरत को बताया – माफ़ करियेगा मैंने आपको बताया नहीं पर मैं इस राज्य का राजा हूँ भेष बदल कर राज्य का दौरा कर रहा था और शायद ऊपर वाले ने मुझे आपके पति को कन्धा देने के लिए यहाँ भेजा है | आप चिंता मत करिये मैं आपको आश्वस्त करता हूँ की आपके पति का अंतिम संस्कार पुरे राजकीय सम्मान के साथ होगा |
छोटी सी कहानी है, पर बहुत कुछ सिखाती है – आजकल हर जगह पर हम देख सकते है दो लोग मिल कर किसी तीसरे की बुराई करते रहते है | किसी और की ज़िन्दगी का उनके फैसलों का आंकलन करते रहते है, उसकी ज़िन्दगी के सहीं और ग़लत का फ़ैसला लोग करने लगते है | याद रखिये आप सहीं हो सकते है लेकिन सिर्फ आपके सहीं होने से सामने वाला ग़लत नहीं हो सकता | हमेशा याद रखिये दूसरों की ज़िन्दगी का, लोगों का आंकलन करते रहेंगे, उनकी बुराई करते रहेंगे, उनकी ग़लतियाँ निकालते रहेंगे तो सिर्फ अपना समय बर्बाद करते रहेंगे | अच्छा होगा अगर उस समय का उपयोग अपने जीवन को सहीं राह पर ले जाने में करें | अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करें और क़ाबिल बने |
दुनिया में किसी के कुछ कह देने से कुछ ग़लत नहीं हो जाता – जो सहीं है वो सहीं ही रहेगा और जो ग़लत है वो ग़लत ही रहेगा लोगों के बारे पहले से ही धारणा बनाना बंद कीजिये | कान के कच्चे मत बनिए आँखों का और दिमाग का इस्तेमाल करिये और पूरा सच जाने बिना किसी की ज़िन्दगी का आंकलन मत करिये – एक सहीं राह पर चलने वाला इंसान दुनिया में किसी को भी उतना बता नहीं पता जीतना वो सहता और महसूस करता है सहीं और ग़लत में फ़र्क करने के काबिल बनिए, किसी दुसरे के कह देने से अपनी धारणा मत बनाइये | हम सहीं हो सकते है लेकिन सिर्फ हमारे सहीं होने से सामने वाला ग़लत नहीं हो सकता | काम अच्छा करते रहिए बाकी ऊपर वाला संभाल लेगा |
Kalyug Me Bhi Jo Jaisa Dikhta Hai Vaisa Hota Nahi | कलयुग में भी जो जैसा दिखता है वैसा होता नहीं | It ‘Not’ what it looks like in KALYUG3 thoughts on “”
It’s very nice
A very nice story 👍
Thanx