दुनियां में कुछ बड़ा करना है, तो सबसे पहले आपको अपने आप का व्यक्तित्व विकास (Personality Development) पर ध्यान देना बहुत जरुरी है | वो आपने बहुतों के मुंह से सुना होगा ना Frist Impression is the last Impression यह बात सौ टका सत्य है, जो कि हर इन्सान चाहता है कि उसका व्यक्तित्व सबके सामने बहुत अच्छा हो , लोग उनका सम्मान करें | आज हम इस लेख में बतायेंगे कि आप अपने व्यक्तित्व का विकास कैसे कर सकते हैं, आप उन बातों पर ध्यान देकर अपने व्यक्तित्व को एक नए रूप में ले जा सकते हैं | हम भी गुड़ बन सकते हैं, कि मक्खियों कि तरह लोग भी हमारी ओर आकर्षित हो जायें | हम जब भी किसी के पास पहली बार जाते हैं, या किसी से मिलते हैं तभी सामने वाले के दिमाग में हमारा व्यतित्व बैठ जाता है | बुनियादी तौर पर कहा जाये तो वो हमारा आंकलन कर लेता है | हालांकि ये अलग बात है कई बार सामने वाला हमें आंकने में गलती कर बैठता है, लेकिन यह भी सच है कि भविष्य के संबंधों में कहीं न कहीं उसका असर देखने को मिलता है | उसी को कहते हैं Frist Impression is the last Impression, तीन चीजें हैं जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है वो है व्यक्तित्व (Personality), संचार कौशल (Communication skill) और आत्मविश्वास (Cconfidence) ये आप सीख कर अपने आप में बदलाव ला सकते हैं, जिससे लोगों को आकर्षित करना है तो, या अपने बॉस के सामने आपका इम्प्रेसन बहुत अच्छा करना है तो जिंदगी में ये तीनों बहुत मायने रखती हैं, तो आगे बढ़ते हैं हमारी व्यक्तित्व निखारने कि ओर….
सबसे पहले हमको हमारे पहनावा पे ध्यान रखना चाहिए कि कौन सी जगह में जा रहे हैं तो क्या पहनना चाहिए | उदाहरण के लिए अगर आप किसी भी ऑफिस के काम से या ऑफिस में नौकरी के लिए जाते हैं तो फीके रंग के फॉर्मल कपडे पहनें साथ फॉर्मल फुटवियर पहनें | किसी शादी, पार्टी या अन्य समारोह में जाते हैं तब आप गहरे रंग के साथ साथ चमक धमक वाले कपडे पहनें | हर बार एक ही कपडे न पहने, समय – समय पर बदलाव करते रहे | कपड़ों के साथ – साथ अपने चेहरे और बालों का भी ध्यान रखें | बातों से एक उदाहरण देने कि कोशिश करता हूँ शायद समझ आ जाये | एक लड़का शादी के लिए एक लड़की से पहली बार मिलने जाता है उसको देखकर लड़का बोलता है Looking Beautiful, लड़की खुश हो जाती है और मुस्कुराते हुए थैंक्यू बोलती है | थोड़े दिनों में फिर उन्ही दोनों का मिलना होता है फिर से लड़का बोलता है Looking beautiful, इस बार भी लड़की खुश होती है और थैंक्यू बोलती है | थोड़े दिनों बाद फिर से उन दोनों का मिलना तय होता है, और लड़की अच्छे से तैयार होकर मिलने आती है, लड़का देखकर फिर से वाही शब्द looking beautiful बोलता है , इस बार लड़की हलकी स्माइल के साथ हम्म्म बोलती है | कहने का मतलब है बदलाव होना जरुरी है यहाँ पर लड़का दुसरे शब्दों का भी इस्तेमाल कर सकता था जैसे कि looking pretty, या उसमें कुछ विशेष देखकर तुम्हारे कपडे तुम पर आच्छे लग रहे है , आँखे, आदि | हालाकिं मेरा उदाहरण बातों से था लेकिन जो मैं बताने कि कोशिश कर रहा हूँ, मुझे उम्मीद है आपको जरुर समझ आया होगा |
सम्मान सबको देना चाहिए दिखावे के लिए नहीं दिल से, ऐसा नहीं कि आप मुंह में सम्मान दे रहे हैं, और दिल में उसको गाली निकाल रहे हैं | चाहे कोई भी हो छोटा या बड़ा , अमीर हो या गरीब जरुरी नहीं कि वो आपके दोस्त, रिश्तेदार, या आपके जानने पहचानने वाले ही हों, सबको सम्मान देना जरुरी है | हाँ लेकिन ये भी ध्यान रखें कि किसी को भगवान भी न मानने लग जाओ, पूजा करने मत बैठ जाओ | सम्मान कि बात है आप सम्मान दीजिये तभी आपको भी सम्मान मिलेगा | अगर आप मुंह से बस सम्मान करोगे तो कभी न कभी ये महसूस हो ही जाता है कि आप बातों ही बातों में सामने वाले को नीचा दिखाने में तुले हैं , या किसी तीसरे के साथ बैठकर बुराइयाँ चालू कर देंगे, कैसे कपडे पहनता है? क्या काम करता है? ऐसा है – वैसा है आदि आदि ऐसा नहीं होना चाहिए | ये आपके व्यक्तित्व को बनाये रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | आप अगर सबको दिल से सम्मान देते हैं तो आपमें चुम्बकीय गुण आ जाते हैं और लोग आपको साफ दिल वाला भी कहते हैं, अपने आप ही लोग आपसे जुड़ना चाहेंगे और आपसे मिलना या बात करना चाहेंगे |
कर्मठता होना जरुरी है, मतलब कोई भी चीजे आपके दिमाग में सोचते हुए बस नहीं होनी चाहिए, अगर आपने सोचा है और लोंगों को बोला है तो कार्य का करना जरुरी है | आपके दिमाग में कुछ आई और अपने वो कार्य किया तब आपको उसके बारे में पता होता है, आप कॉंफिडेंट होते हैं और किसी के भी सामने बिंदास बोल सकते हैं, उस कार्य के बारे में बात कर सकते है, आप सौ लोंगो के बीच में एक ही जगह पर बैठे हैं , तो आप अपने को कैसे दिखायेंगे ? अगर कोई कुछ पूछ ले तब आप खुद आगे बढ़ कर उस बात में भाग लेंगे , बातें करेंगे , सीखेंगे भी और सिखायेंगे, लेकिन यही आप सिर्फ सोचने वाले हैं और कोई कार्य नहीं करने वाले में से हैं तब आप छुपने कि कोशिश करते हैं | हमेशा आप सबको समाधान दो न कि समस्या में छोड़ दें , अगर आप चार-पांच लोगों के group में हैं तो वो बताएगा या बताएगी , वो बोलेगा या बोलेगी में मत रहो, आपको यहाँ Decision maker होना चाहिए | भले ही कोई बात माने या नहीं मानें, लेकिन आप समाधान देने कि कोशिश करो, एक – दो बार भले ही गलत साबित होगे, जिसमें आपको नर्वस नहीं होना है, और आगे अपना बात रखो हो सकता है, इस बार आप सहीं हो, जब आप सहीं हो जाते हो न तब आपका कॉन्फिडेंस लेवल बढेगा, इसलिए कर्मठता होना बहुत जरुरी है |
आवाज का खेल होना बहुत जरुरी है , मतलब जब आप किसी से बात कर रहे हैं, या ऐसे जगह जहाँ पर लोग हैं तो थोडा शांति जरुरी है | बात करते – करते ही बिच-बिच में शांत हो कर बात कीजिये, आवाज कि शैली, स्पीड को जरुरत के आधार पर बदल बदल कर देखें , लोगों की नजर आप पर टिकी होगी | उदाहरण के लिए आम का रस पीने के लिए पेड़ पर पत्थर मारों ताकि फल गिरे , मगर …… वो पेड़ आम का होना चाहिए | यहाँ पर दो चीजें हो गयी एक तो चुटकुला (JOKE) की तरह लिए और सच भी, आप आम के पेड़ से फल गिराओगे तभी तो आम का रस बना पाओगे | इस तरह बातों को आवाज या शब्दों के जादू से लोगों को आकर्षित कर सकते हैं |
मैनर का सहीं होना बहुत जरुरी है, कभी भी कड़े शब्दों का जवाब कड़े शब्दों से नहीं करना चाहिए, सुलझते हुए शांति से जवाब देना चाहिए | चाहे सामने वाला गलत क्यों न हो, फिर भी सामने वाला शांत नहीं हो पा रहा है तब आपको कुछ समय के लिए उस बात को वाही छोड़ देना चाहिए फिर बात करना चाहिए | कभी भी बात को बढ़ाना नहीं चाहिए बल्कि बात करके बात को खत्म करना चाहिए | ऐसे व्यवहार से हमारे व्यक्तित्व की एक अलग छाप पड़ती है |
जानकारी का होना बहुत ही आवश्यक है, हम अपनी जानकरी बढ़ा सकते हैं पढ़ कर, स्कूल – कालेज वाला नहीं , बल्कि practical life से कुछ पढ़कर, देखकर, सुनकर समझकर हम अपनी जानकारी और नजरिया बदल सकते हैं | पढना मतलब एक ही समाचार पत्र या एक ही समाचार चैनल नहीं बल्कि अनेकों समाचार पत्रों तथा अनेकों टी. वी. चैनल का पढना और देखना जरुरी है, फिर आप अपने तार्किक विचार से जानकारियों से अपडेट रह सकते हैं | चाहे वह करंट अफेयर, इतिहास या मनोरंजन हो |
परिवर्तन होना जरुरी है आप पानी कि तरह बनिए , जो कि किसी भी सांचे में समां जाता है, और उस आकर का हो जाता है, जिस सांचे में पानी डाला जाता है | पहले सामने वाला क्या चाहता है? या क्या बोल रहा है? उसके जैसे ही बनकर समझिये और जैसा वो सुनना चाहता है उसको उसी के भाषा में समझाइये | डिबेट भी करें तो जो सामने वाला जो बोल रहा है उसको ध्यान से सुनें और उसी का जवाब रिपीट करते हुए कहें कि आप ऐसा बोल रहे है ठीक है लेकिन… ये जो लेकिन है न वहां पर आप अपना नजरिया या जवाब डाल के सामने वाले को अपना जवाब दीजिये, आखिरी में कह दीजिये ये मेरा मानना है | शायद वह संतुष्ट हो जायेगा, अगर नहीं भी हुआ तो कम से काम आपने अपनी बात को कॉन्फिडेंस के साथ बोल दिया है न बस यह जरुरी है | जिससे उसके दिमाग में आपके व्यक्तित्व के प्रति सम्मान बढेगा और आकर्षित होगा |
शौंक रखना बहुत जरुरी है , लेकिन जो कालेज के छात्र – छात्राओं को अपने खाली समय में क्या करना रहता है, वैसा शौक नहीं बल्कि जिसमें आप सीखते हैं ,जैसे खाना बनाना, खेलना, पेंट करना जिसमे कुछ नया क्रिएटिविटी हो रहा हो, वैसा शौक पालना जरुरी होता है | समय – समय पर कोई अच्छी शौक खोजो, बनाओ और सीखो, एक तो गतिविधि होगा साथ ही दिमागी तौर पर आप मजबूत होंगे | व्यतितव में और अधिक फर्क पड़ेगा कि यह बंदा या बंदी हर कार्य पर निपुडं है, अच्छे और अनुभवी लोगों से मिलिए ताकि उनके शौक से कुछ सीखिए और अपने आप में वो शौक पैदा कीजिये |
अपनी बातों पर अड़े रहो, आप अपने तथ्यों के आधार पर सहीं हैं तो आप अपनी बात को पूरी करो, जब आप बोल रहे हैं तो भी बिना रुके अच्छे से अपना पक्ष रखें, आप चुप न हों सामने वाला चुप हो जाये, जिससे आपका कांफिडेंस दिखेगा जिसका होना अत्यंत आवश्यक है |
बॉडी लैंग्वेज से दिमाग को समझा जा सकता है | व्यक्तित्व विकास का सबसे अहम् हिस्सा होता है, शारीरिक हाव-भाव के चार भाग होते हैं इशारा ( Gesture ), आसन (posture) , अभिव्यक्ति (expression) और प्रवाह (Flow) , ये सब से मिलकर शारीरिक हाव भाव बनता है | Gesture का मतलब होता है आपका आँखें और हाथ पैर का स्थिति | posture का मतलब है पूरा शरीर का स्थिति कैसा है ! यह गुरुत्वाकर्षण नियम के विपरीत होना चाहिए ठीक आग कि तरह, गुरुत्वकर्ष्ण का नियम बोलता है पृथ्वी अपनी ऊपर के चीजों को अपनी ओर खींचता है| लेकिन आपने देखा होगा आग कभी नीचे नहीं जाती है , वह जलते हुए ऊपर की ओर जाती है | ठीक उसी तरह हमारे शरीर की स्थिति होनी चाहिए, ढीला और लड़खड़ाते हुए नहीं होना चाहिए | expression आपके चेहरे का हाव भाव सहीं होने चाहिए, आपके भौंहे , आखें मुंह कैसा काम करता है, इस पर ध्यान देना आवश्यक है | Flow ऊपर हमने जो तीन चीजों के बारे में पढ़ा उनको मिलकर बनता है, फ्लो जो कि सामने वालों पर आपका छाप छोड़ता है | बॉडी लैंग्वेज कि बात करें तो ध्यान देने वाली बहुत सारी बातें हैं, जिसपे बारीकी से ध्यान दें तो हमारे व्यक्तित्व का पचास प्रतिशत निर्माता यही है |
प्रिय आगंतुक आपने हमारा लेख पढ़ा, उसके लिए आपको दिल से धन्यवाद् | आपको कैसा लगा फीडबैक निचे दिए गए कमेंट्स सेक्शन में जाकर जरुर देंवे ताकि हमें अपना गुणवत्ता समझने में सहायता हो |
पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स हिंदी | Personality Development tips Hindi11 thoughts on “”
Bahut hi badhiya hai sir ji
thanx
Very very nice
thanx
👌👌👌
thanx
Nice
Thanks and Glad you like our post to 🙂
Wow !! Sikhne ko mila
thanx
Its a very good Article