जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (JINDAGI NA MILEGI DOBARA), यह सच है हाल ही में मौत के डर ने पुरे विश्व को ऐसे डराया है कि कहीं न कहीं इंसान ने जीने के सलीकों पर ध्यान दिया है | महसूस कर सकते हैं हर किसी ने मौत को अपने सामने से देखा है, वो पल को याद कीजिये जब आप सड़क पर गाड़ी चला रहे हों और सामने से कोई दूसरी गाड़ी तेज रफ़्तार में आती हुयी दिख रही है, लेकिन आपस में टकराए नहीं, ऐसा महसुस होता है दिल के तेज धडकनों के साथ मानों नए जीवन को पाया है, ठीक वैसे ही इस कोरोना काल ने इंसानों से बहुत कुछ छीन लिया है, किसी से उसके अपने, किसी की नौकरी, कारोबार, चैन- सुकून और भी बहुत कुछ | साथ ही इस समय ने हमें बहुत कुछ सिखाया भी है, हमारी बहुत सी बेवजह की आदतें जिसमें हम बहुत समय और पैसे बर्बाद करते थे, उनके बिना भी हम जी सकते हैं, ये सीखा है हमनें | लेकिन फिर भी बहुत से ऐसे लोग दुनिया में हैं, जो आज भी इस विषम परिस्थिति में अपनी ज़िन्दगी की जंग लड़ रहे है | ऐसे वक़्त में सबसे मुश्किल है, अपने अन्दर के आत्म विश्वास को बनाये रखना | कलयुग में तो पहले से ही इंसान ही इंसान का दुश्मन बना हुआ है, सब एक दुसरे को गिरा कर ऊपर उठने में लगे हुए हैं, ऊपर से ये कोरोना काल ने तो ऐसे लोगों को और बल दे दिया है | हर गलत काम करने वालों ने अपने लिए कोई न कोई तरीका निकाल लिया है, जिससे उनका काम चलता रहे | इन सब में उस मिडिल क्लास परिवार की क्या गलती है? जिसने सरकार के हर नियम का पालन किया, पुरे lockdown में अपने घर में ही रहा लेकिन फिर भी आज उसी की जान पे बन आई है | सभी कुछ दाव पर लगे होने के बाद भी उसे अपना काम करना है, अपनी नौकरी बचाने के लिए, अपना घर चलाने के लिए, अपने परिवार के लिए | ऐसा करने के लिए उसे बस, ट्रेन, ऑटो सबमे सफ़र करना है तो स्वाभाविक ही है कि लोगों के संपर्क में आएगा, जिससे इन्फेक्शन होने का खतरा भी उतना ही है | रोज़ वो घर से बाहर जायेगा और इन्फेक्शन घर में लेके आएगा उसके साथ-साथ उसके घर वाले भी खतरे में आ जायेंगे | अगर उसे या उसके परिवार में किसी को इन्फेक्शन लग गया उसके बाद समाज और सरकार उसके साथ कैसा बर्ताव करेगा ये भी नहीं पता है उसे – सहीं समय पे इलाज मिलेगा या नहीं? इलाज़ के पैसे कहाँ से आयेंगे? वो ठीक होगा या नहीं? उसके कारण उसके परिवार के बच्चों और बुजुर्गों की जान पे तो नहीं बन आएगी? उसे कुछ हो गया तो उसके परिवार का क्या होगा? इन सवालों के जवाब ना जानते हुए भी रोज़ इन सवालों से लड़ रहा है और अपना काम कर रहा है, क्योंकि सबको पता है कि जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (JINDAGI NA MILEGI DOBARA) |
कोरोना काल के पहले भी मिडिल क्लास आदमी के पास कोई बहुत ज्यादा विकल्प थे ऐसा भी नहीं है ! वो तब भी दबा-कुचला था और आज भी, बल्कि अभी तो कुछ पॉवर फुल और राजनेताओं को और भी अच्छा बहाना मिल गया है मिडिल क्लास के लोगों की समस्या न सुनने का | हमारी बात पहले भी कोई नहीं सुनता था और आज भी कोई नहीं सुनता है | इसलिये मिडिल क्लास वालों ने हालातों से समझौता करना सीख लिया है | कुछ थोड़े बहुत लोग हिम्मत करके अपनी समस्या लेके बड़े औधे वालों के पास चले भी जाए तो वो लोग भी यही देखते है की उनके जलते घर में अपनी रोटी कैसे सेंके !? कुल मिला कर मिडिल क्लास वालों के पास समझौता करने के सिवाए कोई विकल्प ही नहीं है | फिर हममे से कुछ लोग हिम्मत कर अगर अपने ऊपर भरोसा करके अपना खुद का काम करने का फैसला करें तो नियम कानून में ऐसे फंसते हैं कि अपने ही लिए फैसलों पे सवालिया निशान लगा लेते है, और दिन-ब-दिन demotivate होते जाते है | कहाँ से लाये इतनी हिम्मत, सेल्फ-मोटिवेशन की बिना किसी मदद के या सपोर्ट के सब कुछ संभाल ले | हमे ये भी पता है की, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (JINDAGI NA MILEGI DOBARA) जिसके कारण हर इंसान जीवन में आगे बढ़ने के लिए , कुछ सिखने के लिए कुछ प्रेरक वक्ता प्रेरणादायक बहुत सी अच्छी बातें करते हैं जो सुनने में अच्छी भी लगती है उनको समय देते हैं, और थोडा मोटिवेशन भी आता है उससे, लेकिन कब तक के लिए? क्यूंकि ज़िन्दगी की सच्चाई से सामना तो हर रोज़ हर पल करना होता है |
कहीं न कहीं आज जो सबसे ज्वलंत मुद्दा देश में है, सुशांत सिंह राजपूत की मौत का वो भी कहीं न कहीं इन्ही कारणों से जुड़ा हुआ है | उन्होंने भी अपने जीवन में इतना कुछ करने के बाद, ये मुकाम हासिल करने के बाद भी, दुनिया के झूठे और गलत सोच और नजरिये से परेशान होकर ही अपने ज़िन्दगी के वो सारे फैसले लिए होंगे जिसकी कीमत उन्हें अपनी जान दे कर चुकानी पड़ी जबकि उनको भी पता था जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (JINDAGI NA MILEGI DOBARA), उन्होंने लोंगों को एक उम्दा कलाकार होने के नाते परदे के सहारे ही सहीं , उन्होंने बहुत कुछ सिखाया उनसे अपनी जीवन में आगे बढ़ने के लिए फिल्मों के जरिये सीखा और कुछ न कुछ अनुशासन पर अमल भी किये होंगें | लेकिन फिर भी उनके जीवन में भी इतने सारे कारण रहे होंगे की जाते हुए कुछ लिख पाने या किसी को कुछ बता पाने की हिम्मत नहीं हुई होगी | लेकिन वो कहते है न की जब कोई बदलाव लाना हो तो बलिदान ज़रूरी होता है, बस वैसी ही कुछ शहादत दे कर गए हैं, वो | मिडिया के माध्यम से पता चलता है कि बहुतों के काले कारनामों का कला चिटठा खुल रहा है, अब धीरे-धीरे, अगर वो कुछ लिख के गए होते तो शायद पूरी जांच पड़ताल उस लिखावट की आस-पास ही सिमट कर रह जाती, मगर अब जांच के लिए सब कुछ खुला है और हम भी यही चाहते हैं पूरा सच सामने आना चाहिए | कुछ वैसी ही स्थिति हर मिडिल क्लास इंसान (चाहे लड़का हो या लड़की) को हर रोज़ अपनी ज़िन्दगी की हर एक छोटे–बड़े फैसले करने में होती है |
हमें हमेशा ये याद रखना चाहिए की, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (JINDAGI NA MILEGI DOBARA) और इसी सोंच के साथ अपने कमजोर पलों में हमें सबसे ज्यादा जरुरत होती है, अपने परिवार और सच्चे दोस्तों की, जो हमारी मनोस्थती को समझें और हमारी मदद करें | हमें सपोर्ट करें और हमे सहीं रास्ता दिखाए | बहुत खुशनसीब होते हैं वो लोग जिनके जीवन में ऐसा कोई है जो उन्हें समझता है ! जीवन में उतार-चड़ाव तो आते ही हैं, लेकिन इन सब के बावजूद जो अपनी हिम्मत बनाये रखे वो ही जीवन में सफल हो पाता है | इसके लिए हमे अपने विचारों पे ध्यान देना है और किसी भी हालत में नकारात्मक विचार पे ज्यादा चिंतन नहीं करना है, और ये हमें खुद ही करना होगा | इसके लिए हम किसी और पे निर्भर नहीं हो सकते क्योंकि हमारे विचार हमारे ही दिमाग की उपज है और उसे हमें ही नियंत्रित करना होगा | हमें किसी भी चीज़ से बहुत ज्यादा अपेक्षाए नहीं रखनी चाहिए बस इस बात का ध्यान रखना चाहिए की हम हमेशा कोशिश करते रहें, उसका परिणाम क्या होगा इसके बारे में ज्यादा न सोचें | आज के समय में हर वो इंसान जिसके पास सर छुपाने को घर है, दो वक़्त को खाने का है , तन ढंकने को कपडे हैं, और मन की बातें साझा करने के लिए परिवार और दोस्त हैं, वो खुशनसीब हैं | हमें ये समझना ज़रूरी है की हर किसी को सब कुछ नहीं मिलता, लेकिन जो मिला है उसमे कैसे खुश रहें ये सीखना ज़रूरी है | लेकिन इसका ये मतलब नहीं है की हमें आगे बढ़ने की या कुछ और अच्छा हासिल करने की ललक छोड़ देनी चाहिए, बिलकुल नहीं! लेकिन नकारात्मक विचारों से अपने आप को बचा कर खुश रहना चाहिए |
आज हम सबके केलिए ये बहुत ज़रूरी है की हम अपने और अपने परिवार के आत्मविश्वास को बना कर रखें | जीवन में पहले भी विषम परिस्थितिया आई है और आगे भी आएँगी जिसके लिए हमें हमेशा तैयार रहना है और अगर आज तक हम नहीं हारे हैं, तो हमें अपने ऊपर ये विश्वास रखना है, कि हम आगे भी हर मुश्किल का सामना सकारात्मक सोच के साथ कर सकते हैं क्योंकि जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (JINDAGI NA MILEGI DOBARA) |
#जिंदगी ना मिलेगी दोबारा #JINDAGI NA MILEGI DOBARA #Life will not happen again #आयुष्य पुन्हा होणार नाही # জীবন আর হবে না #జీవితం మళ్ళీ జరగదు #ಜೀವನ ಮತ್ತೆ ಆಗುವುದಿಲ್ಲ
प्रिय आगंतुक आपने हमारा लेख पढ़ा, उसके लिए आपको दिल से धन्यवाद् | आपको कैसा लगा फीडबैक निचे दिए गए कमेंट्स सेक्शन में जाकर जरुर देंवे ताकि हमें अपना गुणवत्ता समझने में सहायता हो |
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा | JINDAGI NA MILEGI DOBARA11 thoughts on “”
You have written such a true things
Really A very good Article 👍
thanx
Super 😘
thanx
Naice lines 🙏
Super 👌👌
thanx
Nice
Thanks and Glad you like our post to 🙂
palak bhi jara samhal ke jhapkana
kyonki palak jhapakte hi sapne badal jate hain
…. laut aao na #Jindagi na milegi 2 – 12
Jina isi ka naam hai…!!!