यौन शोषण बहुत बड़ा मुद्दा है, यह आज का ही बात नहीं है | सदियों से आ रही बहुत बड़ी समस्या है | बलात्कार का शिखर केवल बच्चियां , लड़कियां या औरतें ही नहीं, बल्कि हमारे मानव समाज में ऐसे भी लोग हैं जो लड़कों और पुरुषों का भी अपनी हवस का शिकार बनाते हैं | लेकिन बहुतों का मानना यही है कि पुरुषों का कभी बलात्कार नहीं होता है | सन 2012 में हुए निर्भया या अभी कुछ दिन पहले हुए हैदराबाद में सबने सुना है कि दो या उससे अधिक युवको द्वारा इसमें युवतियों का बलात्कार कर दिया गया, यह खबर देश का छोटे से छोटा बच्चा भी जनता है | उसी तरह इस मानव समाज में लड़कों का बलात्कार के केस भी होते हैं, जो बहुतों तक खबर नहीं जा पाता | मैं यहाँ पर सिर्फ ओछी मानसिकता वाले लोगों कि बात कर रहा हूँ, न कि लैंगिक विशेष की तव्वज्जो |
यौनशोषण एक बहुत बड़ा समस्या है जिसमे पीड़ित द्वारा आत्मविश्वास खो दिया जाता है | बहुत बार तो पीड़ित के आस पास वालों के साथ साथ पारिवारिक सदस्यों द्वारा भी सहयोग नहीं दिया जाता | बल्कि पीड़ित को ही दोषी कि तरह व्यवहार करते हैं, इस तरह का व्यव्हार ज्यादातर महिलाओं के साथ पाया गया है | यौनशोषण सिर्फ क्राइम सम्बंधित टेलीविजन शो, किताबों, फिल्मो या अन्य साधनों के द्वारा दिखाया या पढ़ा जाता है, वही तक सीमित नहीं होती बल्कि यह हर गली, मोहल्ले, घर, आंगन, और कमरे के अन्दर होती है |
क्या आप भी यही मानते हैं कि केवल महिलाएं और लड़कियों द्वारा ही इस घोर अपराध का सामना करते हैं? नहीं ये ऐसे समाज के लोग हैं, जो बच्चे, लड़कों और पुरुषो को भी अपनी हवास का शिकार बनाते हैं | क्या महिलाये किसी पुरुष का बलात्कार कर सकती हैं? या उसका नाजायज फायेदा उठा सकती है ? आज भी बहुत लोग मानने के लिए तैयार ही नहीं होते हैं कि पुरुषों के साथ ऐसा हो सकता है | उससे भी बड़ी परेशानी की बात तो यह है कि सरकार या पुलिस भी इस सच्चाई को नहीं मानते हैं, बल्कि हंसी उड़ाएजाते हैं | कई बार अख़बार में या टेलीविजन में भी देखा गया है कि एक 8-9 वर्ष के बच्चे के साथ उसका ही स्कूल का शिक्षक, ऑटो या बस के ड्राईवर, कंडक्टर, चपरासी तथा बड़े कक्षा के छात्र ने उसका रेप किया | कई पुरुषों के साथ भी अपने ही घनिष्ट रिश्तेदारों द्वारा उसका फायेदा उठा लिया जाता है, लेकिन मामले उजागर नहीं हो पाते | ऐसे स्थिति को भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि उनके साथ खड़े होना चाहिए | कुछ लोग अपने ही लोगो के बदनामी और कुछ तो घर के वरिष्ठों से डरकर किसी को नहीं बता पाते, लेकिन इस दर्द को वे अपनी पूरी जिंदगी झेलते हैं |
कई ऐसे भी केसेस देखा गया है, कि पीड़ित द्वारा अपने नजदीकी माता-पिता, या अन्य किसी को बताने पर या तो उनका विश्वास नहीं किया जाता या बदनामी के डर से उन्हें चुप करा दिया जाता है | लेकिन उस पीड़ित के ऊपर क्या गुजरता है उसके बारे में कोई नहीं सोचता जिसका खामियाजा वह जिन्दगी भर नकारात्मक सोच या विचार के साथ रहता है | कई बार इन्ही कारणों से कई बार नहीं सोच पाएंगे वैसा अपराध कर लेता है, ऐसे स्थितियों के लिए कौन है जिम्मेदार? सोच के देखो भला रूह काँप जाएगी |
फ़िल्मी दुनिया में भी लोग शिकार होते हैं कई बार ट्विटर, अख़बार, कुछ विशेष शो में भी बोलते हुए सुना गया है कि महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुषों के साथ भी यौन शोषण होता है, विदेशों में भी पुरुषों के साथ बलात्कार होने का बहुत बार कई समाचार प्रसारण वाले चैनल में सर्वे कर बताया जाता रहा है कि जहाँ पर महिलाओं से ज्यादा पुरुषों के साथ यौन शोषण हुआ है जो कि बहुत चौकाने के साथ – साथ अकल्पनीय है |
पुरुषों के यौनशोषण पर कानून कि बात करें तो भारत में इसका कोई मान्यता नहीं है, जिसके कारण बहुत सारे मामले लोगों के ध्यान में नहीं आ पाता है, लेकिन अगर विदेशों कि बात करें तो इसको लेकर कुछ देशों में कानून है, और उसमे दुष्कर्मी को सजा का भी प्रावधान है | अप्राकृतिक सेक्स के लिए क़ानूनी प्रावधान तो है, जिसके तहत अगर कोई आरोपी साबित होता है तो उसको 10 वर्ष तक कारगर तथा कुछ जुर्माने का भी उल्लेख है |
अभी का स्थिति में महिलाओं के साथ हुए बलात्कार या यौनशोषण के केसेस में पुलिस जल्दी सक्रीय हो जाये हैं, लेकिन पुरुषों के केसेस में ध्यान नही दिया जाता है, क्योंकि पुरुषों के बलात्कार के मामले में कोई भी क़ानूनी मान्यता नहीं मिली है | लेकिन कानून से ज्यादा इस परिस्थिति के लिए हमारी सामाजिक सोच कही न कहीं पूरी जिम्मेदार है, क्योंकि हमारा समाज मान के चलता है कि यौन शोषण केवल महिलाओं के साथ ही होता है| अगर लोगो के सामने यह बात आता भी है तो किसी महिला ने किसी पुरुष का फायेदा उठाया है तो यह मान लिया जाता है, कि इससे लड़के का कोई नुक्सान तो नहीं है, मतलब लोगो का सोचना है कि न तो उसका कोमोर्य खोएगा न ही गर्भवती होने का कोई डर है | ऐसे ही भुला दिया जाता है, लेकिन सच तो यह है कि महिलाओं के सामान ही पुरुषों को भी इस दर्द को झेलना और सहना पड़ता है | वही बात है कि जिसके साथ होता है वही जानता है | ध्यान देने वाली बात यह है कि बात सिर्फ महिलाओं कि सुरक्षा कि नहीं है बल्कि पुरुष और महिला को सामान रूप से सुरक्षा कि जरुरत है तथा क़ानूनी मान्यता के अलावा सामाजिक मानसिकता को बदलना बहुत जरुरी है | क्योंकि मानसिकता नहीं बदल पाए तो कितना भी बड़ा कानून की मान्यता क्यों न मिल जाये, इसको रोक पाना असम्भव होगा | सभी पाठकों से मेरा निवेदन है कि उपरोक्त समस्याओं को समझते हुए अपने आस पास के लोगों को भी जागरूक करने कि कोशिश करें |
पुरुषों का बलात्कार के मामले में आपका क्या राय है ? कमेंट्स करके जरुर बताएं |
प्रिय पाठक आपने हमारा लेख पढ़ा, उसके लिए आपको दिल से धन्यवाद् | आपको कैसा लगा फीडबैक निचे दिए गए कमेंट्स सेक्शन में जाकर जरुर देंवे ताकि हमें अपना गुणवत्ता समझने में सहायता हो |
पुरुषों का भी होता है “बलात्कार” | Men are also “RAPED”.5 thoughts on “”
बहुत ही गंभीर समस्या है समाज में आज जिस प्रकार देश में बलात्कार
और यौन शोषण की केस बड़ रहे हैं। हम सभी को इस विषय पर गंभीर चिंतन करना चाहिए। मैं आपके लेख से पूरी तरह सहमत हूं समाज में सिर्फ महिला ही नहीं बल्कि पुरुष कभी यौन शोषण और बलात्कार हो रहा है।
thanx
It’s a very sensitive issue in today’s world. Also, it is the worst thing that can happen to any kid, women or men.
But we all should talk and discuss about it at our home so that the kids should be aware about it and most importantly we should give them that space so that if our closed once are facing such issue they should feel comfortable enough to discuss with us.
Really a thought provoking topic.
jagrukta & family support ka bahut requirement hai
Hm bhi sath hai ye bat bahut hi sunder hai !
Up me Mai khud apne aakho se dekha hu ki mahila ki ek samuh bna ek pati patni or eska do bachha tha pati patni ek dusre ki dusman ki tarh rhate the jab dolo me bat chit huwa to patni apne pati ko apni Puri mahila samuh bulake apne pati ko bahut pitai kra diya bt pati ka koi galti nhi tha